world cartoonist day: राजनीतिक घटना पर कटाक्ष करने से लेकर समाज की बुराइयों को दर्शाने का एकमात्र बेहतरिन तरीका है कार्टून
लोगों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई देने के लिए भी प्रभावशाली माध्यम है कार्टून
नई दिल्ली। विश्व कार्टूनिस्ट दिवस हर साल 5 मई को उन रचनात्मक स्याही-दाग कलाकारों, अतीत और वर्तमान, उनके द्वारा बनाए गए आकर्षक कार्टूनों और उनके जीवन में जो विनोद लाया गया है, उनका सम्मान करने के लिए मनाया जाता है। कार्टूनिस्ट का उद्देश्य हमेशा एक कार्टून में उस समय की सबसे महत्वपूर्ण खबरों को जोड़ना है जो अंततः पाठक को जागरूक करता है।
क्यों मनाया जाता है विश्व कार्टूनिस्ट दिवस
5 मई 1895 को जब न्यूयॉर्क के संडे मॉर्निंग पेपर ‘न्यूयॉर्क वर्ल्ड’ ने अपने पाठकों को एक सरप्राइज दिया। इस अखबार ने एक बड़े कान वाले छोटे लड़के का रंगीन चित्र जारी किया, जिसके चेहरे पर एक शरारती मुस्कराहट थी। अमेरिकी कॉमिक स्ट्रिप लेखक रिचर्ड आउटकॉल्ट द्वारा बनाई गई इस कॉमिक स्ट्रिप को ‘होगन्स एले’ कहा गया और बाद में इसका नाम बदलकर ‘द येलो किड’ कर दिया गया। ये दुनिता का पहला व्यवसायिक रूप से सफल कार्टून बना, जिसे बाद में होर्डिंग्स, पोस्टकार्ड्स आदि पर छापा जाने लगा। ‘द येलो किड’ की वजह से कार्टून एक लोकप्रिय समाचार पत्र की विशेषता बन गए और समय के साथ प्रतिभाशाली कार्टूनिस्टों और चित्रकारों की मांग भी बढ़ती गई। इसलिए तब से इस दिन को ‘नेशनल कार्टूनिस्ट डे’ के रूप में मनाया जाने लगा।
कार्टून को एक प्रभावशाली माध्यम
आज के समय में किसी भी राजनीतिक घटना पर कटाक्ष करने से लेकर समाज की बुराइयों को दर्शाने के लिए और लोगों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई देने के लिए कार्टून एक प्रभावशाली और बेहतरिन माध्यम है।