विश्व बैंक की टीम ने अमृतसर बल्क वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट की प्रगति का लिया जायजा

शहर में पानी की सप्लाई सुधारने के लिए चल रहे प्रोजेक्ट की फील्ड समीक्षा

अमृतसर: शहर में लोगों को निरंतर और साफ पानी की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए अमृतसर बल्क वाटर सप्लाई स्कीम (ABWSS) प्रोजेक्ट की प्रगति का जायजा लेने के लिए विश्व बैंक की छह सदस्यीय टीम ने अमृतसर का दौरा किया। यह प्रोजेक्ट नगर निगम द्वारा विश्व बैंक के सहयोग से चलाया जा रहा है। प्रोजेक्ट के तहत, अपर बारी दौआब नहर से पानी को साफ करके घर-घर सप्लाई किया जाएगा।

प्रोजेक्ट की मुख्य गतिविधियां
विश्व बैंक की टीम ने प्रोजेक्ट के तहत किए जा रहे कार्यों की फील्ड समीक्षा की, जिसमें वल्ला के पास एक आधुनिक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण, 51 नई पानी की टैंकों का निर्माण, और 112 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन का बिछाने का कार्य शामिल है।
टीम ने अपने दौरे के दौरान शहर के विभिन्न क्षेत्रों जैसे रणजीत एवन्यू, गोलबाग, कोट खालसा, गुरू की वडाली, लाहौरी गेट और छहरटा में बनाई जा रही पानी की टैंकियों और पाइपलाइन बिछाने के कार्यों का निरीक्षण किया।

निगम कमिश्नर से बैठक और प्रगति की जानकारी
विश्व बैंक की टीम ने प्रोजेक्ट कांट्रैक्टर लार्सन एंड टूब्रो कंपनी और निगम अधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठकें कीं। इन बैठकों में प्रोजेक्ट की प्रगति और निर्माण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी ली गई। निगम कमिश्नर गुलप्रीत सिंह औलख और एडिशनल कमिश्नर सुरेंद्र सिंह के साथ दूसरे दिन विस्तृत चर्चा की गई।

प्रोजेक्ट से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

  • 51 नई टैंकियां: 10 लाख लीटर की 10, 15 लाख लीटर की 9, और 20 लाख लीटर की 32 टैंकियां निर्माणाधीन हैं।
  • 24 पुरानी टैंकियों का नवीनीकरण: प्रोजेक्ट के तहत 24 पुरानी टैंकियों का नवीनीकरण किया जा रहा है।
  • 17 टैंकियों का सुरक्षित विधिवत निष्कासन: 17 मौजूदा टैंकियों को सुरक्षित तरीके से तोड़ा जाएगा।
  • वल्ला में आधुनिक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट: 44 करोड़ लीटर प्रतिदिन क्षमता वाला पानी ट्रीटमेंट प्लांट वल्ला में स्थापित किया जा रहा है।
  • निरंतर पानी की सप्लाई: इस प्रोजेक्ट के माध्यम से शहर में साफ पानी की निरंतर सप्लाई की जाएगी, जो वर्तमान में केवल 10-12 घंटे ही उपलब्ध होती है।
  • पानी की गुणवत्ता में सुधार: प्रोजेक्ट के तहत पानी की गुणवत्ता में सुधार होगा, भूजल स्तर को संरक्षण मिलेगा, और गिरते भूजल का स्तर रोका जाएगा।
  • आधुनिक स्काडा सिस्टम: प्रोजेक्ट के तहत शहर की जल सप्लाई प्रणाली को स्काडा सिस्टम के माध्यम से नियंत्रित किया जाएगा, जिससे किसी भी खराबी का समय पर पता लगाकर उसे तत्काल ठीक किया जा सकेगा।

प्रोजेक्ट की प्रगति को तेजी से बढ़ाने के प्रयास
निगम कमिश्नर ने बताया कि प्रोजेक्ट के कार्यों में तेजी लाने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। वल्ला में पाइपलाइन बिछाने के लिए रक्षा मंत्रालय से आवश्यक एनओसी प्राप्त कर ली गई है, जिससे इस कार्य में भी तेजी आई है। लार्सन एंड टूब्रो कंपनी द्वारा कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रवासी और स्थानीय मजदूरों को काम पर लगाया जा रहा है।

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