नई दिल्ली: संसदीय कार्य मंत्रालय ने अपने 100 दिनों की प्रमुख उपलब्धियों के रूप में विभिन्न पहलों और पोर्टलों का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम मुख्य समिति कक्ष, संसदीय उपभवन, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री श्री किरेन रिजीजु की उपस्थिति में, मंत्रालय के सचिव श्री उमंग नरूला ने उनका स्वागत किया।
संसदीय कार्य मंत्रालय के अपर सचिव, डॉ. सत्य प्रकाश ने स्वागत भाषण में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने एनईवीए 2.0 (राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन) के उन्नत संस्करण सहित विभिन्न नई पहलों की जानकारी दी, जो कि अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल और राज्य विधानमंडलों के साथ बेहतर समन्वित है। यह सॉफ्टवेयर कागज रहित विधायी प्रक्रिया और वास्तविक समय शासन को बढ़ावा देगा।
इसके अलावा, अधीनस्थ विधान प्रबंधन प्रणाली (एसएलएमएस) और परामर्शदात्री समिति प्रबंधन प्रणाली (सीसीएमएस) पोर्टलों का भी उद्घाटन किया गया, जो संसदीय कार्य की प्रक्रियाओं को डिजिटलीकृत और सुव्यवस्थित करेंगे। राष्ट्रीय युवा संसद (एनवाईपीएस) पोर्टल 2.0 और एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों के लिए राष्ट्रीय युवा संसद योजना की शुरुआत भी की गई, जिसका उद्देश्य आदिवासी छात्रों में संसदीय प्रक्रियाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
श्री किरेन रिजीजु ने इस अवसर पर कहा कि एनईवीए प्लेटफॉर्म ‘वन नेशन, वन एप्लिकेशन’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने अन्य राज्यों से भी जल्द से जल्द इस प्लेटफॉर्म को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने युवाओं को संसदीय प्रणाली में शामिल करने के महत्व पर भी जोर दिया और आदिवासी छात्रों के लिए एनवाईपीएस योजना की सराहना की।
इस कार्यक्रम में गुजरात, हरियाणा, बिहार, तमिलनाडु, पंजाब और मेघालय की विधानसभाओं के अध्यक्षों ने अपने अनुभव साझा किए और एनईवीए के उपयोग को कागज रहित, पारदर्शी और कुशल विधायी प्रक्रिया के साधन के रूप में सराहा।
कार्यक्रम का समापन अपर सचिव के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने 100 दिनों के भीतर इन डिजिटल पहलों की सफलता पर टीम को बधाई दी।