Uttarakhand Crime News: प्रदेश में 70 इनामी अपराधियों की तलाश में जुटी उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स
देहरादून। उत्तराखंड में बड़े अपराधों में शामिल 25 हजार से लेकर दो लाख रुपये तक के 70 इनामी अपराधियों की तलाश में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और स्थानीय पुलिस सक्रिय है। इनमें से दो लाख रुपये का इनामी एक अपराधी हत्या के मामले में पिछले 25 वर्षों से फरार है।
पुलिस विभाग हर साल पांच हजार रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक के इनामी अपराधियों की सूची जारी करता है। वर्तमान में एसटीएफ के पास 25 हजार से लेकर दो लाख रुपये तक के इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी है।
पुलिस की सूची में दो लाख रुपये के दो इनामी अपराधियों की तलाश जारी है। इनमें से एक है पट्टी दोगी तहसील देवप्रयाग निवासी सुरेश शर्मा, जिसके खिलाफ वर्ष 1999 में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके अलावा, डेरा प्रमुख श्री नानकमत्ता साहिब की हत्या का आरोपित सर्बजीत सिंह, जो अब भी फरार है, पर भी दो लाख रुपये का इनाम है।
इसके अलावा, पुलिस को एक लाख रुपये के सात इनामी अपराधियों की भी तलाश है, जिनमें विभिन्न गंभीर अपराधों में संलिप्तता रही है। इनमें अतुल बिष्ट, किशोर राम, रजनीश और दीपक मित्तल शामिल हैं, जो अपने-अपने अपराधों के लिए एक लाख रुपये के इनाम के हकदार हैं।
उधर, उत्तराखंड में पहली बार तीन आरोपितों पर मात्र पांच-पांच रुपये का इनाम घोषित किया गया है। यह निर्णय उधमसिंहनगर में हुई फायरिंग की घटना के बाद लिया गया, जिससे यह संकेत दिया गया है कि बड़े इनाम की रकम अपराधियों की कुख्याति को बढ़ावा देती है। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि यह कदम अपराधियों को उनकी वास्तविक स्थिति का एहसास कराने के लिए उठाया गया है।
इस प्रकार, उत्तराखंड पुलिस अपराधियों को पकड़ने और प्रदेश में सुरक्षा बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।