बदायूं। विश्व प्रसिद्ध दरगाह आलिया कादरिया पर हजरत हुजूर शाह ऐनुल हक मौलाना अब्दुल मजीद कादरी बदायूंनी रहमतुल्लाह अलैह का तीन दिवसीय 182वां सालाना उर्स-ए-कादरी साहिबे सज्जादा काजी ए जिला अब्दुल गनी मोहम्मद अतीफ मियां कादरी की सरपरस्ती एवं निगरानी में 30 नवंबर गुरुवार को सुबह तबर्रुकात शरीफ का जुलूस खानकाहे कादरिया से दरगाह ए कादरिया पंहुचा जहाँ उसके बाद अदबों एहतिराम व शानो शौकत के साथ तीन दिवसीय उर्स ए कादरी का हुआ आगाज।
महफिल का आगाज कारी असद कादरी ने तिलावते कुरान मजीद से किया। साहिबे सज्जादा काजी ए जिला हजरत अब्दुल गनी मोहम्मद अतीफ मियां कादरी व हजरत अज़्ज़ाम मियां कादरी ने पहले अपने इरशादात से नवाज़ा और अकीदतमंदों के दिलों को रोशन किया। उसके बाद नाज़िमे उर्स हाफिज अब्दुल कय्यूम कादरी, हाफिज सिबतैन कादरी, अब्दुल हन्नान, अनीस पटेल, फुरकान कादरी समेत अन्य नातखानों ने कलामों के नज़राने पेश किए। बाद नमाज़े ज़ोहर तबर्रुकात शरीफ की ज़्यारत कराई जाएगी और बाद नमाज़े असर हल्का ए ज़िक्र होगा।
आज से हुए उर्स का आगाज़ जो एक और दो दिसंबर तक चलेगा। एक दिसंबर शुक्रवार बाद नमाज़े इशा होगी बड़ी कादरी मजीदी कॉन्फ्रेंस जिसमे बड़े बड़े उलमा समेत खानकाहों के सज्जादानशीन उपास्थि रहेगें और दो दिसंबर को बाद नमाज़े फज्र कुल के साथ उर्स का समापन किया जायेगा।
उर्स में देश दुनिया से जायरीनों का आने सिलसिला जारी है देश विदेश से आने वाले जायरीनों के लिए लगातार खानकाह की ओर से खाने पीने व ठहरने समेत अन्य व्यवस्थाओं के विशेष इंतजाम किये गये हैं।