रामपुर : रामपुर के मशहूर सीनियर शायर और दरबार ए अदब रामपुर के सेक्रेटरी शकील वफ़ा ज़ियाई के निधन पर तहरीक- ए- अदब रामपुर द्वारा मोहल्ला खुर्मे वाली जियारत स्थित कनवीनर फैसल मुमताज़ के आवास पर एक शोक सभा का आयोजित की गई। सभा में मौजूद लोगों ने मरहूम की मगफिरत की दुवा की। इस मौके पर तहरीक ए अदब रामपुर के कनवीनर फैसल मुमताज़ ने बताया की शकील वफ़ा ज़ियाई के निधन से उर्दू अदब में बड़ा नुकसान हुआ है। उनका रामपुर के मशहूर शायरों में शुमार होता था। वफ़ा साहब मेरे उस्ताद भाई थे। गुज़िश्ता तीस सालों में उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। वो अदबी संस्था दरबार- ए- अदब रामपुर के सेक्रेटरी थे। रामपुर के मशहूर उस्ताद शायर मरहूम नूर मियां ज़िया के शागिर्द थे। नूर मियां के इंतकाल के बाद उन्होंने उस्ताद शायर मरहूम हकीम शब्बीर अली खां ‘ तरब’ ‘ ज़ियाई की सरपरस्ती हासिल की।
इस मौके पर मशहूर शायर और तहरीक- ए- अदब रामपुर के अध्यक्ष नईम नजमी ने बताया कि शकील वफ़ा ज़ियाई काफ़ी समय से बीमार थे। उनका इलाज चल रहा था। कल शनिवार को इलाज के दौरान उनका इंतकाल हो गया । इससे उर्दू अदब का नुकसान हुआ है वह एक जाने-माने शायर थे। वफ़ा जियाई दरबार- ए- अदब रामपुर के बैनर तले अक्सर मुशायरे , शेरी नशस्तों का आयोजन कराया करते थे।
इस मौके पर तहरीक ए अदब के अध्यक्ष नईम नजमी ,ऐडवोकेट जिया- उर- रहमान ‘ बाबू ‘,दानिश खान ,रिज़वान खान , मोहम्मद इसहाक,गुलज़ार अहमद आदि मौजूद रहे।