हाथरस भगदड़ हादसा: पीड़ित परिजनों से राहुल ने किया वादा, अनुग्रह राशि और अन्य सहायता का करेंगे प्रयास

हाथरस/अलीगढ़: हाथरस और अलीगढ़ में शुक्रवार को राहुल गांधी ने ‘सत्संग’ भगदड़ पीड़ितों के शोकाकुल परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस नेता ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह उनके मुआवजे को बढ़ाने के लिए प्रयास करेंगे।

भगदड़ पीड़ितों के शोकाकुल परिवारों ने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता ने यह भी आश्वासन दिया कि वह भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए संसद में भगदड़ का मुद्दा उठाएंगे।

गांधी ने पहले अलीगढ़ के पिलखाना गांव में सुबह 7.30 बजे और फिर हाथरस के विभव नगर इलाके में सुबह 9 बजे कुछ परिवारों से मुलाकात की। इससे कुछ घंटे पहले उन्होंने मंगलवार की घटना में मारे गए लोगों के परिवारों को सांत्वना देने के लिए पार्टी के कुछ नेताओं के साथ दिल्ली से अपनी यात्रा शुरू की थी।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो पड़ोसी जिलों में परिवारों के साथ उनकी मुलाकात राज्य पुलिस द्वारा बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के बीच हुई।

हाथरस के नाई का नगला इलाके के निवासी हरि मोहन ने भगदड़ में अपनी 55 वर्षीय बुआ ओमवती को खो दिया।

पीड़ित कहा, “राहुल गांधी ने हमसे बातचीत की, अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि वे पीड़ितों के लिए मुआवजे की राशि बढ़ाने का प्रयास करेंगे।” 22 वर्षीय मृत्युंजय भारती ने इस त्रासदी में अपनी नानी आशा देवी को खो दिया, जिनकी उम्र करीब 55 वर्ष थी। अलीगढ़ में रहने वाली भारती शहर के नवीपुर इलाके में रहने वाले अपने रिश्तेदारों के पास हाथरस आई हैं।

पुलिस के अनुसार, 2 जुलाई को भगदड़ के कारण मरने वाले 121 लोगों में से 17 अलीगढ़ और 19 हाथरस के थे। उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को हाथरस त्रासदी की जांच के लिए एक सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया, जो इस संभावना की भी जांच कर रहा है कि भगदड़ के पीछे कोई साजिश थी। सरकार ने मारे गए लोगों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की भी घोषणा की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और अब तक छह स्वयंसेवकों को गिरफ्तार किया है जो 2 जुलाई को हाथरस के फुलराई गांव में सूरजपाल उर्फ ​​नारायण साकर हरि उर्फ ​​भोले बाबा के सत्संग की आयोजन समिति के सदस्य थे। पुलिस एफआईआर में आरोपी के तौर पर बाबा का नाम नहीं है, लेकिन एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को मीडिया को बताया कि जांच के लिए जरूरत पड़ने पर उनसे पूछताछ की जाएगी।

 

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