लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने नए साल की पूर्व संध्या पर 52 आईपीएस अधिकारियों को पदोन्नति देने की घोषणा की है। बीती 21 दिसंबर को विभागीय प्रोन्नति समिति की बैठक में इस पर मुहर लगी थी, और राज्यपाल की अनुमति के बाद इसका औपचारिक आदेश जारी किया गया। यह पदोन्नति पुलिस सेवा में उत्कृष्टता और समर्पण का प्रतीक मानी जा रही है।
पदोन्नति प्राप्त अधिकारी
- डीजी पद की पदोन्नति:
- दीपेश जुनेजा (1992 बैच) को एडीजी अभियोजन से डीजी के पद पर पदोन्नत किया गया।
- एडीजी पद की पदोन्नति (वर्ष 2000 बैच):
- लक्ष्मी सिंह (नोएडा पुलिस कमिश्नर)
- प्रशांत कुमार द्वितीय (आईजी रेंज लखनऊ)
- नीलाब्जा चौधरी (आईजी एटीएस)
- आईजी पद की पदोन्नति (वर्ष 2007 बैच):
- अमित पाठक
- जोगेंद्र कुमार
- रवि शंकर छवि
- विनोद कुमार सिंह
- भारती सिंह
- विपिन कुमार मिश्रा
- राकेश प्रताप सिंह
- योगेश सिंह
- गीता सिंह
- डीआईजी पद की पदोन्नति (वर्ष 2011 बैच):
- शैलेश कुमार पांडेय
- अजय कुमार
- अभिषेक सिंह
- देवरंजन वर्मा
- राजेश एस.
- हेमंत कुटियाल
- शालिनी
- स्वप्निल ममगई
- डी. प्रदीप कुमार
- अरुण कुमार श्रीवास्तव
- सूर्य कांत त्रिपाठी
- विकास कुमार वैद्य
- राजेश कुमार सक्सेना
- डॉ. अरविंद चतुर्वेदी
- आलोक प्रियदर्शी
- सुनीता सिंह
- राजेश कुमार सिंह
- सुधा सिंह
- दिनेश सिंह
- कमला प्रसाद यादव
- अरविंद कुमार मौर्य
- रामबदन सिंह
- तेज स्वरूप सिंह
- सुभाष चंद्र शाक्य
- ह्यदेश कुमार
- डॉ. धर्मवीर सिंह (2010 बैच) को भी डीआईजी के पद पर प्रोन्नत किया गया।
- सेलेक्शन ग्रेड प्राप्त (वर्ष 2012 बैच):
- विजय ढुल
- घुले सुशील चंद्रभान
- आशीष तिवारी
- सचींद्र पटेल
- विपिन टाडा
- प्रकाश गोपेंद्र यादव
- अभिषेक यादव
- संकल्प शर्मा
- सोमेन वर्मा
- यमुना प्रसाद
- संतोष कुमार मिश्रा
- हेमराज मीना
- राजकरन अय्यर
अन्य पदोन्नतियाँ
- पुलिस बल में पदोन्नति:
- 25 उपनिरीक्षक को निरीक्षक के पद पर पदोन्नत किया गया।
- 204 मुख्य आरक्षियों को उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस के पद पर पदोन्नत किया गया।
सेवानिवृत्त अधिकारी
- डीजी सीबीसीआईडी एसएन साबत, डीआईजी बाबू राम, और डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने मंगलवार को सेवानिवृत्त हुए।
- इसके अलावा 10 पीपीएस अधिकारी भी सेवानिवृत्त हुए, जिनमें एएसपी डॉ. मनोज कुमार, डिप्टी एसपी राजवीर सिंह, प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, राकेश कुमार सिंह, और अन्य शामिल हैं।
यूपी पुलिस में किए गए इन बड़े बदलावों से अधिकारियों को प्रोत्साहन मिलेगा और पुलिस सेवाओं में नई ऊर्जा का संचार होगा।