रामपुर: उत्तर प्रदेश के सहकारी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जे.पी.एस. राठौर ने जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ फिजिकल ग्राउंड में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में वैवाहिक बंधन में बंधने वाले 2000 वर-वधुओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
उन्होंने कहा कि नव दम्पत्ति अपने जीवन में एक साथ रहते हुए नित्य नई उचाईयों को छूते हुए आगे बढ़ें।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गरीब बेटियों की शादी के लिए यह महत्वपूर्ण योजना मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह शुरु की गयी है। जिसमें ऐसे परिवार जो गरीबी के कारण अपनी बेटी का विवाह अच्छे ढ़ंग से नहीं कर पाते हैं। उन परिवारों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा आर्थिक सहायता के साथ-साथ गृहस्थ जीवन की स्थापना के लिए उपहार भी दिये जाते हैं।
इस योजना का क्रियान्वयन पूरी पारदर्शिता के साथ होता है, धनराशि सीधे लाभार्थी को खाते में जाती है। गरीबों को सपने दिखाने का काम मा. प्रधानमंत्री ने किया है। जिन गरीबों के पास अपने घर नहीं थे, उनके पास पक्के मकान देकर उनके सपनों को साकार किया है। 4 करोड़ से अधिक गरीब पक्के मकान में रह रहे हैं।
आयुष्मान कार्ड के द्वारा गरीबों को 5 लाख तक मुफ्त इलाज की सुविधा गरीब परिवारों को मिल रही है। किसान सम्मान निधि योजना के माध्यम से गरीब किसानों को राहत मिल रही है। मुफ्त राशन देने का काम उत्तर प्रदेश सरकार कर रही है। सहकारिता मंत्री ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से गरीबों को विकास के साथ जोड़ने का काम उत्तर प्रदेश सरकार ने किया है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के अंतर्गत शिक्षित और प्रशिक्षित युवा रोजगार करना चाहते हैं, उन्हें रोजगार शुरु करने के लिए प्रदेश सरकार 5 लाख तक बिना ब्याज के लोन दे रही है, जिससे उनका जीवन खुशहाल और सुरक्षित हो सके। युवाओं को पारदर्शी ढ़ंग से रोजगार भी मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में जीरो पॉवर्टी का संकल्प लिया है। इसके दृष्टिगत मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न योजनाओं को तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और संस्कार से परिवार में सुख समृद्धि आती है। बच्चों को भी शिक्षा और संस्कार के गुण सिखायें क्योंकि इससे घर खुशहाल और समृद्ध होगा साथ ही समाज में सकारात्मकता आयेगी और समाज आगे बढ़ेगा।
सहकारिता मंत्री ने नव दम्पतियों को सुख दुःख में एक दूसरे के साथ रहने नशा, गुटखा आदि की लत से दूर रहने और अपनी पत्नी को प्रेम और सम्मान देने के साथ ही उनके खुशहाल जीवन की मंगल कामना की। शहर विधायक आकाश सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री का एक सपना था कि हर गरीब को आवास के साथ-साथ हर सुविधा मिले और गरीब परिवार की बेटियों की शादी अच्छे ढ़ंग से हो, जनपद रामपुर ने लगातार इस मामले में तरक्की की है। हर कार्यक्रम अपने आप में एक अलग और भव्य होता है। इसके लिए जिला प्रशासन बधाई के पात्र हैं।
इस अवसर पर जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह ने कहा कि ऐसे माता पिता जो अपनी बेटी का विवाह करने में सक्षम नहीं हैं इस योजना के माध्यम से उनके सपने को साकार किया जाता है। जनपद में संचालित सभी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति को दिलाया जा रहा है।जिलाधिकारी ने मुख्य अतिथि एवं अन्य जनप्रतिनिधियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस दौरान दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण अनुदान योजना के अंतर्गत साथ दिव्यांगजनों को मंत्री के द्वारा ट्राई साइकिल वितरित की गई। छात्रों को डिजिटल शिक्षा और तकनीकी कौशल से जोड़ने के उद्देश्य से रजा डिग्री कॉलेज के स्नातक के छात्र छात्राओं को. मंत्री द्वारा टेबलेट वितरित किया गया।
जिला समाज कल्याण अधिकारी सूरज कुमारी ने बताया कि जनपद में आज प्रभारी मंत्री की उपस्थिति में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का सफल आयोजन कराया गया, जिसमें 2000 जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया गया। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत प्रदेश सरकार द्वारा 51000 रुपये प्रति युगल धनराशि का प्रावधान है, जिसमें से 35000 रुपये कन्या (वधू) के दाम्पत्य जीवन में खुशहाली व गृहस्थी की स्थापना हेतु उसके बैंक खाते में अन्तरित का जाती है। 10000 रुपये की उपहार सामग्री वर-वधू को प्रदान की जाती है और 6000 रुपये की धनराशि समारोह के आयोजन को भव्यता प्रदान करने में व्यय किये जाते हैं।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत गरीब परिवार की विधवा/परित्यक्ता/तलाकशुदा महिला को प्राथमिकता दी जाती है, जिसके तहत सभी धर्मों, समुदायों/वर्गों को लाभ प्रदान किया जाता है। इस सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि योजना का लाभ उठाने के लिए आवश्यक पात्रता मानदंड तय किये हैं जिसके आधार पर जोड़ों को योजना से लाभान्वित किया जायेगा यथा-आवेदक उ0प्र का मूल निवासी हों, कन्या के अभिभावक निराश्रित, निर्धन तथा जरूरतमन्द हों, परिवार की वार्षिक आय अधिकतम 2 लाख रुपये हो, वधु की आयु शादी की तिथि को 18 वर्ष या उससे अधिक हो तथा वर की आयु विवाह की तिथि को 21 वर्ष की आयु पूर्ण हो गयी हो। आयु की पुष्टि के लिए स्कूल शैक्षिक रिकार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, मतदाता पहचान पत्र, मनरेगा जॉब कार्ड, आधार कार्ड मान्य होंगे। उन्होंने बताया कि योजना के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के आवेदकों को जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा व विवाह हेतु निराश्रित कन्या, विधवा महिला की पुत्री, दिव्यांगजन अभिभावक की पुत्री, ऐसी कन्या जो स्वयं दिव्यांग हो, को प्राथमिकता प्रदान की जाती है। शहर विधायक आकाश सक्सेना, जिला पंचायत अध्यक्ष ख्याली राम लोधी, पूर्व सांसद घनश्याम लोधी, जिलाध्यक्ष भाजपा हंसराज पप्पू, अध्यक्ष,जिला सहकारी बैंक मोहन लाल सैनी, ब्लॉक प्रमुख व अन्य जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारीगण मौजूद रहे।