मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना अंतर्गत 107 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न, दहेज मुक्त विवाह की शपथ दिलाई गई
बदायूं: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मंगलवार को बदायूं क्लब में कुल 107 जोड़ों का विवाह एवं निकाह संपन्न कराया गया। इस अवसर पर विभिन्न समाजिक और राजनीतिक हस्तियों, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक तथा अन्य अधिकारियों ने नवविवाहित दंपत्तियों को आशीर्वाद दिया।
इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में विकासखंड जगत, कादरचौक, वजीरगंज, सलारपुर और नगर पालिका परिषद बदायूं के जोड़े सम्मिलित हुए। इसके साथ ही, मुस्लिम समुदाय के 5 जोड़ों का भी विवाह संपन्न हुआ। कार्यक्रम में सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता, जिलाध्यक्ष भाजपा राजीव गुप्ता, जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का उद्देश्य
सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बताते हुए कहा कि इस योजना के माध्यम से गरीब परिवारों की बेटियों की शादियाँ सम्मानजनक और गरिमामयी तरीके से की जाती हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे मोटरसाइकिल चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करें।
जिलाध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का उद्देश्य दहेज मुक्त विवाह को बढ़ावा देना और विवाह में होने वाले व्यय को नियंत्रित करना है। यह योजना प्रदेश के गरीब परिवारों के लिए एक वरदान साबित हो रही है।
दहेज मुक्त विवाह की शपथ
कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने सभी नवविवाहित जोड़ों को शुभकामनाएं दीं और उनके सुखी जीवन की कामना की। साथ ही, उन्होंने सभी जोड़ों से दहेज मुक्त विवाह की शपथ भी दिलाई। जिलाधिकारी ने प्रत्येक जोड़े को एक पौधा भेंट किया, ताकि उनके जीवन में हरियाली और खुशहाली बनी रहे।
वित्तीय विवरण
मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत प्रत्येक जोड़े पर 51,000 रुपये खर्च किए जाते हैं, जिनमें से 35,000 रुपये कन्या के बैंक खाते में दिए जाते हैं, जबकि 10,000 रुपये वैवाहिक सामग्री (कपड़े, बर्तन आदि) पर खर्च किए जाते हैं और 6,000 रुपये आयोजन पर खर्च होते हैं।
दहेज प्रतिषेध दिवस
कार्यक्रम के समापन पर जिलाधिकारी द्वारा दहेज प्रतिषेध दिवस के अवसर पर सभी को दहेज मुक्त विवाह करने का संकल्प दिलाया गया, जिससे समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता बढ़ाई जा सके।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना ने बदायूं जिले में 107 जोड़ों को एक नई शुरुआत दी और उन्हें सम्मानित तरीके से विवाह करने का अवसर प्रदान किया।