4 किलो 320 ग्राम डोडा चूरा पोस्त सहित दो व्यक्ति काबू
नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई
ऐलनाबाद, सिरसा (डॉ. एम पी भार्गव): जिला पुलिस द्वारा नशा तस्करों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत, जिला सीआईए सिरसा और बड़ागुड़ा थाना पुलिस ने गश्त व चेकिंग के दौरान महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर दो तस्करों को 4 किलो 320 ग्राम डोडा पोस्त सहित गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि यह कार्रवाई न केवल नशे के कारोबार को रोकने के लिए की गई, बल्कि इससे नशा तस्करी की पूरी चेन को तोड़ने में भी मदद मिलेगी।
गश्त और चेकिंग के दौरान हुई गिरफ्तारी
बड़ागुड़ा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि बड़ागुड़ा थाना की पुलिस टीम गश्त और चेकिंग के दौरान गांव लकड़ावाली से होते हुए गांव दौलतपुर खेड़ा की तरफ जा रही थी। इसी दौरान जब पुलिस पार्टी नजदीक रेलवे स्टेशन सुखचैन पहुंची, तो एक व्यक्ति कंधे पर प्लास्टिक का कट्टा लिए हुए दिखाई दिया। यह व्यक्ति पुलिस पार्टी को सामने देखकर अचानक वापस मुड़कर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने इस पर संदेह करते हुए उक्त व्यक्ति का पीछा किया और उसे काबू कर लिया।
तलाशी के दौरान बरामद हुआ डोडा चूरा पोस्त
पुलिस ने राजपत्रित अधिकारी की मौजूदगी में उस व्यक्ति की तलाशी ली, तो उसके कब्जे से 3 किलो 112 ग्राम डोडा चूरा पोस्त बरामद हुआ। यह भारी मात्रा में डोडा चूरा पोस्त बरामद होने के बाद पुलिस ने इसे मादक पदार्थों की तस्करी से जोड़ते हुए आरोपी से पूछताछ की। आरोपी की पहचान के बाद पुलिस ने संबंधित थाने में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया। इस गिरफ्तारी ने पुलिस को नशा तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का सुराग देने की संभावना भी प्रदान की है।
दूसरी गिरफ्तारी और मादक पदार्थ की बरामदी
दूसरी घटना में जिला की सीआईए सिरसा पुलिस टीम गश्त के दौरान रोड़ी थाना क्षेत्र के गांव सुरतिया में मौजूद थी। पुलिस की टीम को गली में से एक व्यक्ति हाथों में पॉलिथीन बैग लिए हुए आता हुआ दिखाई दिया। जब इस व्यक्ति ने पुलिस की गाड़ी को देखा, तो वह घबराया और अचानक वापस मुड़कर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस पार्टी ने शक्की तौर पर उसे काबू किया और उसकी तलाशी ली। तलाशी में पुलिस को उस व्यक्ति के कब्जे से 1 किलो 205 ग्राम डोडा चूरा पोस्त बरामद हुआ। यह भी एक बड़ी मात्रा में डोडा चूरा पोस्त था, जिसे तस्कर लेकर जा रहा था।
गिरफ्तारी के बाद की गई कानूनी कार्रवाई
दोनों आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ संबंधित थानों में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किया गया है। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा और रिमांड हासिल किया जाएगा। रिमांड अवधि के दौरान इन आरोपियों से पूछताछ की जाएगी, ताकि डोडा चूरा पोस्त तस्करी के नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके। पुलिस का मानना है कि इस कार्रवाई से तस्करों के एक बड़े समूह का पर्दाफाश हो सकता है, जो इस तरह की मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त हैं।
नशा तस्करी की समस्या और पुलिस की सख्त कार्रवाई
पुलिस द्वारा नशा तस्करों के खिलाफ किए जा रहे अभियान को क्षेत्र में व्यापक समर्थन मिल रहा है। नशे की समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए पुलिस प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इस तरह की गिरफ्तारी न केवल तस्करी की घटनाओं को रोकने में मदद करेगी, बल्कि इससे नशे की आपूर्ति श्रृंखला पर भी प्रभाव पड़ेगा। पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि इस तरह की कार्रवाई को और तेज किया जाएगा और तस्करों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस और प्रशासन की भूमिका
इस सफलता का श्रेय जिला पुलिस और प्रशासन को जाता है, जिन्होंने तस्करों को पकड़ने के लिए समर्पण और कड़ी मेहनत की है। पुलिस ने अपने गश्त और चेकिंग अभियान को और सख्त किया है ताकि नशे की तस्करी को हर स्तर पर रोका जा सके। साथ ही, पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इलाके में अपराधियों को पनपने का कोई मौका न मिले और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए।
नशा तस्करी के खिलाफ जागरूकता की आवश्यकता
हालांकि पुलिस द्वारा किए गए इस तरह के अभियानों से निश्चित रूप से नशा तस्करी पर काबू पाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए जनता की भी जागरूकता जरूरी है। अगर लोग नशे के तस्करी के मामलों में पुलिस से सहयोग करें और इस दिशा में मदद करें, तो तस्करों के खिलाफ लड़ाई को और मजबूती से लड़ा जा सकता है। समाज के हर वर्ग को इस बात की समझ होनी चाहिए कि नशा तस्करी न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए हानिकारक है।
समाज का सहयोग और पुलिस की सख्ती से मिल सकती है सफलता
नशे की तस्करी को जड़ से समाप्त करने के लिए पुलिस को समाज के हर वर्ग का सहयोग चाहिए। यह तभी संभव है जब पुलिस और आम जनता मिलकर काम करें और अपराधियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएं। पुलिस प्रशासन ने इस दिशा में कदम बढ़ाए हैं और उम्मीद है कि भविष्य में इस तरह की कई और सफलताएं मिलेंगी, जिससे न केवल तस्करी को रोका जा सके, बल्कि इससे समाज में नशे की समस्या पर भी काबू पाया जा सके।
इस बड़ी गिरफ्तारी ने पुलिस को नशे के तस्करों के खिलाफ और अधिक कार्रवाई करने का मनोबल दिया है। तस्करी के इस बड़े मामले का पर्दाफाश होने से यह साफ संकेत मिलता है कि जिला पुलिस न केवल नशे के कारोबार को रोकने के लिए प्रयासरत है, बल्कि तस्करों के खिलाफ अपनी कार्यवाही को भी तेज कर रही है। इस कार्रवाई ने पुलिस और प्रशासन की सख्त रणनीति को साबित किया है और इस दिशा में समाज का सहयोग बेहद जरूरी है।