ट्रंप का टैरिफ युद्ध: कनाडा की प्रतिक्रिया, अमेरिकी उपभोक्ताओं पर असर
अमेरिका ने मेक्सिको और कनाडा पर टैरिफ लगाए, कनाडा ने की प्रतिकूल कार्रवाई
वाशिंगटन डीसी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मेक्सिको और कनाडा से आयातित सामान पर 25% टैरिफ मंगलवार, 4 मार्च से लागू हो गए हैं, जिसके कारण वैश्विक व्यापार तनाव बढ़ गए हैं और कनाडा ने प्रतिकूल कदम उठाने का ऐलान किया है। इसके अतिरिक्त, ट्रंप ने यह भी पुष्टि की कि अमेरिका चीनी वस्तुओं पर टैरिफ को दोगुना कर 10% से बढ़ाकर 20% कर देगा, जिससे वैश्विक व्यापार माहौल और जटिल हो गया है।
कनाडा की प्रतिकूल प्रतिक्रिया
अमेरिकी टैरिफ वृद्धि के जवाब में, कनाडा 30 बिलियन कनाडाई डॉलर मूल्य के अमेरिकी आयात पर 25% टैरिफ तुरंत लागू करेगा। इसके अलावा, कनाडा अगले 21 दिनों में 125 बिलियन कनाडाई डॉलर के अमेरिकी सामान पर अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा। इस कदम से दोनों देशों के बीच व्यापार तनाव और बढ़ने की संभावना है।
टैरिफ क्या होते हैं?
टैरिफ वे कर होते हैं जो सरकारें आयातित सामानों पर लगाती हैं, और ये विदेशी व्यापार और नीति में एक प्रमुख रूप से नियमन का साधन होते हैं। देश आमतौर पर अपने घरेलू उद्योगों की रक्षा के लिए टैरिफ बढ़ाते हैं, लेकिन इसके परिणामस्वरूप उपभोक्ताओं के लिए कीमतों में वृद्धि हो सकती है।
अमेरिकी उपभोक्ताओं और व्यापारों पर प्रभाव
कनाडा और मेक्सिको से आयातित सामानों पर टैरिफ वृद्धि के कारण अमेरिका में महंगाई बढ़ने की संभावना है। अटलांटा के फेडरल रिजर्व बैंक द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, कनाडा और मेक्सिको के सामान पर 25% टैरिफ और चीनी आयातों पर अतिरिक्त टैरिफ उपभोक्ता कीमतों में 0.81% तक बढ़ोतरी कर सकते हैं। यदि व्यापार पूरी लागत को उपभोक्ताओं पर डालते हैं, तो यह वृद्धि 1.63% तक हो सकती है।
उपभोक्ता सामान और ऑटोमोबाइल की कीमतों में वृद्धि
टैरिफ वृद्धि का उपभोक्ता सामान जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, और मोबाइल फोन पर महत्वपूर्ण असर पड़ने की संभावना है। खासतौर पर ऑटोमोबाइल उद्योग पर इसका भारी असर पड़ने की उम्मीद है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी-made कार की औसत कीमत में $3,000 तक की वृद्धि हो सकती है क्योंकि स्टील और एल्युमिनियम पर टैरिफ बढ़ने से इनकी कीमतें महंगी हो जाएंगी, जो कि कार निर्माण के लिए महत्वपूर्ण धातु हैं।
महंगे इलेक्ट्रॉनिक्स और खाद्य उत्पाद
अमेरिका मेक्सिको और चीन से अपनी अधिकांश इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं, डिलीवरी ट्रक, और कृषि उत्पाद आयात करता है। टैरिफ वृद्धि के कारण कंप्यूटर, फोन और बैटरियों जैसी वस्तुएं महंगी हो सकती हैं। इसी तरह, कृषि क्षेत्र को भी मेक्सिको और कनाडा से आयातित फलों, सब्जियों और अन्य उत्पादों की कीमतों में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है, और यह बढ़ी हुई कीमतें उपभोक्ताओं तक पहुंच सकती हैं।
मेक्सिको और चीन का प्रतिकूल प्रतिक्रिया
अमेरिकी टैरिफों के जवाब में, कनाडा और मेक्सिको दोनों ने प्रतिकूल कदम उठाने की घोषणा की है। कनाडा के विदेश मंत्री मेलानी जोली ने पुष्टि की कि उनके देश ने अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाने की योजना तैयार की है। वहीं, मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने भी कहा कि उनकी सरकार ट्रंप के टैरिफ के जवाब में अपनी प्रतिक्रिया तैयार कर चुकी है। चीन ने पहले ही टैरिफ के खिलाफ मजबूत विरोध व्यक्त किया था और मंत्रालय ने कहा कि चीन अपने अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए प्रतिकूल कदम उठाएगा।
जैसे-जैसे स्थिति विकसित होती है, वैश्विक व्यापार तनाव बढ़ने की संभावना है, और दोनों देशों के उपभोक्ताओं को बढ़ती कीमतों के परिणामस्वरूप कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। ट्रंप के टैरिफ युद्ध का अमेरिकी अर्थव्यवस्था और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों पर पूरा असर आने वाले महीनों में सामने आएगा।