आज वही पत्रकार सक्सेसफुल है जो पुलिस की गुड वर्क नेताओं की चमचागिरी माफियाओं की तारीफ़ भ्रष्टाचारियों का समर्थन करता हो”

स्वतंत्र पत्रकार अटल बिहारी शर्मा
इस लेख से हमें किसी के दिल को ठेस पहुंचाने का व किसी को आहत करने का मंसूबा नहीं है बस कुछ सच जो आज के युग में झिलमिलाते हुए दफ़न हो रहा है उसको एक नई रोशनी देने का एक छोटा सा प्रयास है।
जैसा कि सबको पता है कि हमारा देश चार स्तंभों पर टिका हुआ है जिसमें एक स्तंभ मीडिया है जो राजनीति, कानून,और न्यायलय के साथ टिक कर देशवासियों को सच दिखाने के लिए खड़ा है लेकिन आज के तारीख में सबसे कमजोर पिलर मीडिया का होता हुआ नजर आ रहा है।
जिसको बचाना हम देशवासियों की जिम्मेदारी है तभी आपको शासन प्रशासन क्या कर रहा है न्यायालय में क्या हो रहा है पता चलेगा और शासन प्रशासन व न्यायलय को आम जन मानस के बीच क्या समस्या उत्पन्न हो रही है उनको भी पता चलेगा जब एक पत्रकार निर्भीक होकर निस्संदेह निस्वार्थ भाव से निष्पक्ष खबरें प्रसारित करने में सफल होगा।
लेकिन आज कोई सच्चाई देखना पसंद नहीं करता शायद इसी लिए आज की पत्रकारिता को समाज में कुछ लोगों द्वारा गोदी मीडिया बिकाऊ मीडिया दलाल मीडिया का नाम दिया जा रहा है और आम आदमी के दिल दिमाग में मीडिया के प्रति गोबर भरा जा रहा है।
जिससे लोगों का भरोसा मीडिया से उठ जाये और चौथे स्तंभ में दीमक लग जाये देखते देखते चौथा स्तंभ धराशाई हो जाये।
जिससे भ्रष्टाचार करने वाले खुल कर भ्रष्टाचार करें अपराधी खुल कर अपराध कर सकें नेता मनमानी करें और प्रशासन जो कागजों में लिख कर दे सरकार वही सच मानें।
मित्रों कुछ मीडिया के भी लोग अपने जिम्मेदारियों को नज़र अंदाज़ करके चंद पैसों के लालच में आकर भ्रष्ट अधिकारी के गुड वर्क दिखाते हैं थानों चौकियों की दलाली करते हैं और कुछ झूठे नेताओं की चमचागीरी करते हैं साथ ही माफियाओं की साहब हजूरी भी करते हैं इस बात से नकारा नहीं जा सकता जिसका खमियाजा पूरा मीडिया भुगत रहा है ईमानदार पत्रकारों पर हमला हो रहा है झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।
जो ये दर्शाता है कि आने वाले समय में देश के लिए बहुत हानिकारक होगा।
हमारे पत्रकार बंधु कोई प्रिंट मीडिया बता कर सर्वसम्मति होना चाहता है तो कोई इलेक्ट्रॉनिक मीडिया बता कर तो कोई डिजिटल मीडिया।
साजिश के तहत चौथे स्तंभ को भ्रष्टाचारियों द्वारा तीन भागों में पत्रकार को बांटने का खेल चल रहा है पर हमारे कुछ पत्रकार बंधु इस बात को नहीं समझते।
हम पत्रकार साथियों को एकता बना कर चौथे स्तंभ को मजबूत करना होगा साथ ही देशवासियों को भी चौथे स्तंभ को बचाने के लिए आगे आना होगा तभी पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा गरीब मजदूर कमजोर वर्ग को उनका हक मिल सकेगा।
साथ ही ईमानदार अधिकारी अपने कामों को सफलता पूर्वक कर सकेंगे ईमानदार नेता देशवासियों के लिए कुछ अच्छा कर पायेंगे।
न्यलाय भी अपराधियों को सजा और निर्दोष को न्याय देकर अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए देशवासियों के नजरों में माननीय सर्वोच्च न्यायालय बेहिचक कहा जायेगा।
आज भी हमारे इस लेख से कुछ लोग खुश होंगे तो वहीं कुछ लोगों को बहुत बुरा लगेगा और कल ही भ्रष्ट अधिकारी से भ्रष्ट नेताओं से भ्रष्ट पुलिस वाले से शिकायत करके हमारे कुछ तथाकथित पत्रकार बंधु से हमारी बुराई करके हमें रोकने के लिए कोई नया तकनीकी अपनायेंगे पर हमें कोई फर्क नहीं पड़ता हम अपने देश के लिए स्वतंत्र पत्रकारिता करके एक राष्ट्रवादी पत्रकार होने का जिम्मेदारी निभा रहा हूं।

नोट- यह लेखक के अपने विचार है..खबरें जंक्शन इसका समर्थन नही करता।

 

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