भुवनेश्वर। चारो धामों में से एक जगन्नाथ पुरी धाम में हर रोज दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं। जगन्नाथ पुरी धाम में एक ऐसा मंदिर है जहां भगवान श्रीकृष्ण अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ विराजमान हैं। अब जगन्नाथ मंदिर से जुड़ी बड़ी खुशखबरी सामने आई है जो उनके भक्तों के लिए बेहद खास है। जी हां भक्तों के लिए मंदिर के चारों दरवाजे खोल दिए गए हैं जबकि अभी तक केवल एक ही दरवाजा खुला हुआ था जिसकी वजह से भक्तों को दर्शन के लिए काफी इंतजार करना पड़ता था।
मोहन चरण माझी ने उड़ीसा के सीएम पद की शपथ लेने के बाद अपना वादा पूरा किया और आज सीएम मांझी अपने कैबिनट के साथियों के साथ जगन्नाथ मंदिर में मंगला आरती की और मंदिर के चारों कपाटों को भक्तों के लिए खुलवा दिया। जिसके बाद भक्तों को अब दर्शन के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
आखिर क्यों बंद थे जगन्नाथ मंदिर के दरवाजे?
बता दें कि जगन्नाथ पुरी मंदिर में कुल चार दरवाजे हैं। जिनका नाम सिंह द्वार, अश्व द्वार, व्याघ्र द्वार और हस्ति द्वार है। कोरोना काल में तत्कालीन मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की सरकान ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तीन द्वार बंद कर दिए थे। इसके बाद जब कोरोना महामारी का प्रभाव कम होने लगा तो केवल सिंह द्वार को ही खोला गया। जिसकी वजह से एक द्वार से भक्तों की एंट्री व एक्जिट थी जिससे दर्शन के लिए काफी इंतजार करना पड़ता था। चुनावों के दौरान बीजेपी ने वादा किया था कि उनकी सरकार बनते ही मंदिर के सभी दरवाजों को खोल दिया जाएगा। वहीं आज सरकार ने अपना वादा पूरा करते हुए 5 सालों से बंद जगन्नाथ पुरी के 3 अन्य द्वारों को भी खोल है।