हसनपुर, समस्तीपुर । प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, समस्तीपुर द्वारा मीताराम बरबड़िया स्मृति भवन में आयोजित तीन दिवसीय स्वर्णिम भारत नवनिर्माण आध्यात्मिक प्रदर्शनी के तीसरे एवं अंतिम दिन सैकड़ों की संख्या में प्रखंड वासियों ने परमात्म-ज्ञान से अपनी बुद्धि रूपी झोली भरी एवं इस आयोजन के लिए संस्थान के प्रति अपना आभार प्रकट किया। वहीं राजयोग शिविर के दूसरे दिन रोसड़ा से आई ब्रह्माकुमारी कुंदन बहन ने भगवान का परिचय कराते हुए कहा कि भगवान को तो सभी मानते हैं लेकिन यदि हम भगवान की भी मानने लगें तो हमारा जीवन सुख-शान्तिमय स्वत: हो जायेगा। इसकी प्राप्ति के लिए हमें भटकना नहीं पड़ेगा। किसी की भी बात को मानना तब आसान हो जाता है जब उससे कुछ प्राप्ति हो रही हो। अभी परमात्मा का कहना है कि देह सहित देह के सब धर्मों को भूल स्वयं को अशरीरी आत्मा समझ मुझ एक को याद करो तो मैं तुम्हें सभी पापों से मुक्त कर दूंगा और नई सतयुगी दुनिया स्वर्ग में आप देवतुल्य बनोगे। जहां सभी प्रकार के सुख होंगे और किसी भी चीज की कोई कमी नहीं होगी। यह ईश्वरीय गारंटी है। उन्होंने कहा कि जब इतनी बड़ी प्राप्ति हो रही है तो उनकी मत पर हम क्यों न चलें? इससे हमारा वर्तमान और भविष्य दोनों सुखद बन जायेगा।
सात दिवसीय राजयोग शिविर स्मृति भवन प्रांगण में दोपहर 2:00 से 3:00 बजे तक चलता रहेगा।