ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति का व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। ग्रहों की स्थिति और योग के कारण कई दोष उत्पन्न होते हैं, जिनमें कालसर्प दोष एक महत्वपूर्ण दोष है। कालसर्प दोष की वजह से व्यक्ति को परिवार, करियर और वैवाहिक जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
रुद्राक्ष से मिलेगा कालसर्प दोष से छुटकारा
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष है तो इसे निवारित करने के लिए रुद्राक्ष धारण करना शुभ माना जाता है। रुद्राक्ष के विभिन्न प्रकार होते हैं, और हर एक रुद्राक्ष का विशेष महत्व और लाभ होता है।
कालसर्प दोष के लिए कौन सा रुद्राक्ष धारण करें?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी की कुंडली में कालसर्प दोष है तो 8 और 9 मुखी रुद्राक्ष का धारण करना बहुत ही शुभ और फलदायी होता है। ये रुद्राक्ष दोष निवारण में सहायक होते हैं और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हैं।
मंत्र जाप भी है आवश्यक
कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए रुद्राक्ष धारण करते समय “ॐ नमः शिवाय” और “ॐ नागदेवताय नम” मंत्र का जाप करना भी शुभ और लाभकारी होता है। इन मंत्रों का जाप करने से दोषों का निवारण होता है और जीवन में शांति का वास होता है।
रुद्राभिषेक का महत्व
कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए रुद्राक्ष धारण करने के साथ-साथ भगवान शिव का रुद्राभिषेक कराना भी बहुत फलदायी होता है। यह अभिषेक विशेष रूप से सोमवार या शिवरात्रि के दिन कराना चाहिए, जिससे जल्द ही दोषों से मुक्ति मिलती है।
डिस्क्लेमर
यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं। इनसे संबंधित कोई भी निर्णय लेने से पहले कृपया किसी ज्योतिष विशेषज्ञ से सलाह लें।