पीड़ितों और जरूरतमंदों को ऐसे मदद पहुंचा रही है औरंगाबाद पुलिस

औरंगाबाद । बिहार के नक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले में पुलिस जहां एक और नक्सलियों के लिए सख्त तथा भारी साबित हो रही है वहीं दूसरी तरफ आम नागरिकों को सहायता एवं सुविधा प्रदान करने में अग्रणी रही है । एक ओर जहां डायल 112 की सुविधा को औरंगाबाद पुलिस ने जरूरतमंद लोगों के लिए मददगार बनाया है तो साइबर फ्रॉड के शिकार हुए लोगों को उनके 38 लाख रुपए वापस दिलाकर प्रभावितों के चेहरे पर खुशियां लौटाने की सफल कोशिश की है । पुलिस अधीक्षक अंबरीष राहुल के नेतृत्व में औरंगाबाद पुलिस की टीम पुलिसिंग के विविध आयामों पर काम करने में अब तक सक्रिय साबित हुई है ।

  • 15 मिनट में रिस्पांस देकर पब्लिक के पास पहुंचती है डायल 112 पुलिस

डायल 112 की पुलिस कॉल आने के बाद 15 मिनट में रिस्पॉन्स देकर पब्लिक के पास पहुंचती है। इसका एवरेज रिस्पांस टाइम 14 मिनट 13 सेकंड की है। डायल 112 की सेवा औरंगाबाद की जनता के लिए 24 घंटे सातों दिन उपलब्ध है। डायल 112 के अंतर्गत औरंगाबाद जिले में कुल 40 गाड़ियां एवं 10 मोटरसाइकिल तैनात हैं। वर्ष 2024 में कल 26834 डिस्ट्रेस कॉल को अटेंड किया गया है। इसके लिए कुल 120 अधिकारी एवं 240 कर्मी को डायल 112 पर प्रतिनियुक्त किया गया है। डायल 112 के प्रत्येक गाड़ी पर महिला सिपाही की भी प्रतिनियुक्त की गई है।

  • टॉप 10 में शामिल अपराधियों को भी किया गया गिरफ्तार

औरंगाबाद पुलिस के द्वारा जिले के टॉप 10 अपराधियों में शामिल लगभग 10 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी अपराधी हत्या, लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट समेत अन्य कांडों में अभियुक्त बनाए गए थे और इन पर इनाम भी रखा गया था। गिरफ्तार अपराधियों में विविध कांड में संलिप्त 25000 का इनामी भीमा यादव उर्फ डोमा यादव, गुप्तेश्वर पासवान उर्फ बूढ़ा पासवान, हत्या, आर्म्स कांड में संलिप्त टॉप 10 अपराधी मुकेश मेहता, लूट, आर्म्स एक्ट में संलिप्त अक्षय कुमार शर्मा, लूट, डकैती में संलिप्त मोनू शंकर, हत्या, आर्म्स एक्ट में संलिप्त अशोक चौधरी, राम ध्यान चौधरी, डकैती में संलिप्त शाहिद अफरीदी, रमाकांत सिंह, सोनू कुमार पांडेय शामिल हैं।

  • अवैध हथियार के विरुद्ध चलाए गए अभियान में मिली बड़ी सफलता

औरंगाबाद पुलिस के द्वारा अवैध हथियार के विरुद्ध चलाए गए विशेष अभियान में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने 3 नियमित शस्त्र, 85 कट्टा एवं 5742 कारतूस को जब्त किया है। यह बरामदगी जिले के विभिन्न थानों के द्वारा की गई है। विदित हो कि अपराधी लगातार हथियार के साथ बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में लगे रहते हैं लेकिन औरंगाबाद पुलिस की मुस्तैदी के कारण अपराधियों की हर योजना पर पानी फिर जाता है। अपराधी चाहे जितनी भी होशियारी दिखा ले लेकिन पुलिस के आगे में उन्हें झुकना ही पड़ता है।

  • साइबर फ्रॉड से गए 38 लाख रुपए आम जनता को दिलाया गया वापस

साइबर थाना औरंगाबाद द्वारा साइबर फ्रॉड से गए 37 लाख 67768 रुपए आम जनता को वापस दिलाया गया। वहीं 1 वर्ष में कुल 38 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया जो एक बड़ी उपलब्धि है। इसके अलावा साइबर थाना ने 52 मोबाइल, तीन लैपटॉप, 28 एटीएम कार्ड, एक प्रिंटर, एक पेटीएम मशीन एवं एक चार पहिया वाहन को भी बरामद किया है। साइबर थाना द्वारा की गई इस कार्रवाई के कारण साइबर क्राइम करने वाले अपराधियों का मनोबल टूट गया है। वहीं जनता भी पहले से ज्यादा जागरूक हो गई है। हालांकि अभी भी एक छोटी सी लापरवाही साइबर अपराधियों के लिए बड़ा हथियार बन जाती है। ऐसे में हमेशा सतर्क रहे और सुरक्षित रहे।

  • शराब मामले में ढाई हजार से अधिक लोग हुए गिरफ्तार

औरंगाबाद पुलिस द्वारा मद्य निषेध अभियान के अंतर्गत 2555 लोगों की गिरफ्तारी शराब मामले में हुई है। इसमें कुल 1176 कांड दर्ज हुए हैं और 432 वाहनों को भी जब्त किया गया है। इसके अलावा 51853.62 लीटर देशी एवं 15157.495 लीटर विदेशी शराब को बरामद किया गया है। शराबबंदी के खिलाफ यह एक बड़ी सफलता है। विदित हो कि बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से पुलिस के द्वारा लगातार शराब को बरामद करते हुए इसकी तस्करी करने वाले एवं पीने वाले लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। हालांकि इसके बावजूद लोग शराब का सेवन एवं उसकी तस्करी करने में लगे हुए हैं लेकिन पुलिस भी इनके मंसूबे को हमेशा नाकाम करने के लिए तैयार रहती है।

  • अवैध खनन के कांडों में शामिल 60 अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार

औरंगाबाद पुलिस ने वर्ष 2024 में 60 अभियुक्तों को अवैध खनन के कांडों में शामिल होने पर गिरफ्तार किया है। वहीं 111 ट्रैक्टर और 24 ट्रक को भी जब्त किया है। विदित हो कि औरंगाबाद जिले की सीमा पर सोन नदी स्थित है जहां का बालू बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में भी जाता है। ऐसे में बालू का अवैध खनन करने के लिए लोग हमेशा प्रयास करते रहते हैं लेकिन औरंगाबाद पुलिस इसे रोकने के लिए हमेशा पूरी तरह से तत्पर रहती है। सरकार भी बालू के अवैध खनन को पूरी तरह से रोकने के लिए सख्त निर्देश दी है। ऐसे में पुलिस ड्रोन कैमरा, सीसीटीवी और बैरियर लगाकर चेक पॉइंट के माध्यम से इसे लगातार रोक रही है।

  • महिलाओं की सुरक्षा है औरंगाबाद पुलिस का संकल्प

औरंगाबाद पुलिस का संकल्प है महिलाओं की सुरक्षा करना। इसी के तहत हर थाने में महिला हेल्प डेस्क को संचालित किया गया है जो महिलाओं के कानूनी हितों की रक्षा करता है। महिला हेल्प डेस्क के कर्मी जिले के स्कूल एवं कॉलेज में जाकर महिलाओं को कानूनी रूप से जागरूक बनाने का प्रयास कर रही हैं। औरंगाबाद पुलिस द्वारा प्रत्येक थाने पर पर्याप्त महिला अधिकारी एवं कर्मी की प्रतिनियुक्ति की गई है। उन्हें थानों में थाना अध्यक्ष एवं सह थाना अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी दी गई है। वहीं पोक्सो/बलात्कार के कांडों में कुल 69 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह एक बड़ी उपलब्धि है।

  • यातायात पुलिस औरंगाबाद ने 1 वर्ष में वसूला डेढ़ करोड़ रुपए का जुर्माना

यातायात पुलिस औरंगाबाद ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर वर्ष 2024 में 12742 वाहनों के मालिक से एक करोड़ 48 लाख 93 हजार रुपए का जुर्माना वसूला है। इनमें बिना हेलमेट/सीट बेल्ट नहीं लगाने वाले 5442, नो पार्किंग में खड़ी 3508, ट्रिपल राइडिंग में 344, बिना चालक अनुज्ञप्ति के 377 एवं अन्य यातायात उल्लंघन करने वाले 3071 वाहनों के मालिक से जुर्माना वसूला गया है। आपको बता दें कि औरंगाबाद पुलिस द्वारा औरंगाबाद में ही यातायात थाना की स्थापना की गई है। सभी थाना को यातायात नियमों के उल्लंघनकर्ताओं के समन के लिए उपकरण भी उपलब्ध कराई गई है। वहीं हाईवे पेट्रोलिंग के लिए दो वाहन मुख्यालय स्तर से उपलब्ध कराया गया है जो एक बड़ी उपलब्धि है।

  • औरंगाबाद पुलिस ने 34864 पासपोर्ट को किया सत्यापित

औरंगाबाद पुलिस ने वर्ष 2024 में कुल 34864 पासपोर्ट को सत्यापित किया है। वहीं 53762 चरित्र प्रमाण पत्र आवेदक को उपलब्ध कराया है। गौरतलब हो कि औरंगाबाद जिले की आबादी लगभग 30 लाख है। ऐसे में आबादी के अनुसार लगभग 10 प्रतिशत लोग विदेश जा रहे हैं। विदेश जाने वालों में कई तरह के लोग शामिल हैं। जैसे शिक्षा के लिए, भ्रमण के लिए, इलाज के लिए, रोजगार के लिए या अन्य किसी कारण से। यह जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि है कि इतने सारे लोग विदेश जाने के इच्छुक हैं।

  • औरंगाबाद पुलिस ने 177 मोबाइल को बरामद कर उसके मालिक को लौटाया

औरंगाबाद पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत कुल 177 मोबाइल को बरामद कर उसके मालिकों को वापस लौटाया है। इन मोबाइल की कुल कीमत 39 लाख 15000 रुपए थी। आपको बता दें कि ऑपरेशन मुस्कान का उद्देश्य ही है पब्लिक के चेहरे पर मुस्कान लाना। इसी उद्देश्य के तहत औरंगाबाद पुलिस लगातार कार्य कर रही है और जिन-जिन लोगों का मोबाइल गुम हो गया है उसे बरामद कर उन्हें लौटा रही है जिससे उनके चेहरे पर एक खुशी साफ झलकती है। यह पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि आज के समय में हर व्यक्ति के पास स्मार्टफोन हो गया है और व्यक्ति का सारा डाटा उस स्मार्टफोन में ही रहता है। ऐसे में उसके गुम हो जाने से वह बेसहारा सा हो जाता है।

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