मीरापुर के रसूलपुर में सस्ते गल्ले की दुकान के लिए हुई खुली बैठक में मतदान के बाद जमकर हंगामा
एक पक्ष के ग्रामीणों ने नायाब तहसीलदार,एडीओ, बी.ओ व कानूनगों पर लगाए दूसरे पक्ष से मिलीभगत के आरोप
मीरापुर। गांव रसूलपुर गढ़ी में सस्ते गल्ले की दुकान के वितरण के लिए हुई खुली बैठक में मतदान के बाद हुई गिनती में बार बार अंतर आने पर जमकर हंगामा हो गया।एक पक्ष के ग्रामीणों के नायाब तहसीलदार, एडीओ,बी0ओ0 व कानूनगो पर दूसरे पक्ष से मिलीभगत का आरोप लगाया।हंगामा बढ़ते देख अधिकारियों की टीम बिना किसी घोषणा के वापिस चली गई।
दरसअल मीरापुर थानाक्षेत्र के गांव रसूलपुर गढी में कुछ माह पूर्व राशन डीलर द्वारा गरीबों का राशन डकारने की शिकायत के बाद यहाँ की सस्ते गल्ले की दुकान को निरस्त कर दिया गया था तथा आपूर्ति निरीक्षक ने राशन डीलर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके चलते गुरूवार को उक्त सस्ते गल्ले की दुकान के वितरण के लिए गांव में एक खुली बैठक का आयोजन किया गया।
खुली बैठक में पहुँचे नायब तहसीलदार अजय कुमार, कानूनगो अनिल कुमार, एडीओ पंचायत विकास यादव, बी.ओ. अजय कुमार ने सस्ते गल्ले की दुकान के लिए मतदान कराने का निर्णय लिया।इस दौरान एजेन्सी लेने के लिए भूरा पुत्र असगर व नीरज पुत्र किरणपाल ने अपनी दावेदारी प्रस्तुत की।जिसके बाद नायाब तहसीलदार की मौजूदगी में मतदान की प्रक्रिया पूर्ण हुई।तो मतदान के बाद हुई गिनती में नीरज को 600 मत मिले जबकि पर भूरे को करीब 100 मत कम मिलें तो भूरे के समर्थको ने अधिकारियों पर गलत गिनती करने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
हंगामे के चलते अधिकारियो ने पुनः गिनती कराई तो पुनः नीरज के पक्ष में अधिक मत पड़े मिले तो पुनः भूरे पक्ष ने हंगामा कर दिया।जिसके बाद तीसरी बार गिनती हुई तो पुनः नीरज को अधिक वोट मिले जिसके बाद भूरे पक्ष ने चौथी बार गिनती कराने को लेकर हंगामा कर दिया।जिसके बाद चौथी बार गिनती हुई तो भूरा के पक्ष में 544 व नीरज के पक्ष में 524 मत मिले तो इस बार नीरज पक्ष के समर्थको ने हंगामा शुरू कर दिया और नायाब तहसीलदार अजय कुमार समेत मौजूद सभी अधिकारियों पर भूरे से मिलीभगत कर गिनती में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया।हंगामा बढ़ता देख अधिकारियों के होश उड़ गए।
नीरज के समर्थक सुरेन्द्र गुर्जर, पूर्व प्रधान शकील अहमद, डा. सोनू, अजय, सलमान, प्रवीण, दीपक, धर्मेन्द्र, शहजाद, हाशिम, सुभाष आदि सैकड़ो ग्रामीणों ने पुनः मतदान कराने की मांग की।किन्तु हंगामे के चलते अधिकारी बिना कोई भी घोषणा किये ही दस्तावेज लेकर वहाँ से चले गये।तो नीरज पक्ष के लोगों ने एसडीएम जानसठ के यहाँ चुनाव प्रक्रिया पर आपत्ति लगाने की बात कही।वही मामले पर नायब तहसीलदार अजय सिंह का कहना है कि मतदान दोनों पक्षों की मौजूदगी में हुआ है यदि इस चुनाव प्रक्रिया में किसी पक्ष को कोई आपत्ति है तो पुनः चुनाव भी हो सकता है।रिपोर्ट उपजिलाधिकारी महोदय को प्रेषित की जाएगी जिसके बाद अंतिम निर्णय उपजिलाधिकारी महोदय का होगा।