6 अप्रैल 2010 का वह नरसंहार जिसमें CRPF के 75 जवान हुए शहीद..

भारतीय सुरक्षाबलों पर हुए बड़े हमलों में से एक है.दंतेवाड़ा में माओवादी हमला

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा में सुरक्षाबलों पर हुए नक्सली हमले की आज 14वीं बरसी है। यह ऐसा हमला था जिस पर गृहमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक ने बदला लेने और नक्सलियों को सबक सिखाने की बात कही थी।

कब और कहीं हुआ था यह हमला
दंतेवाड़ा में 6 अप्रैल 2010 को एक बड़ा नक्सली हमला हुआ पुलिसकर्मी और CRPF के 75 जवान शहीद हो गए थे।

कैसे नक्सलियों का शिकार बने भारतीय जवान
CRPF और स्थानीय पुलिस को मिलाकर करीब 80 सुरक्षाबल तीन दिन के ऑपरेशन से लौट रहे थे, जब नक्सलियों ने पूरी प्लानिंग के साथ जवानों को अपना निशाना बनाया था। नक्सलियों को सीआरपीएफ के काफिले की जानकारी पहले से थी। करीब 1000 नक्सली इलाके में छिप गए और IED ब्लास्ट से काफिले को निशाना बनाया और इसके बाद नक्सलियों ने जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। नक्सलियों ने इतनी प्लानिंग और तेजी से हमले को अंजाम दिया कि जवानों को जवाबी कार्रवाई का मौका भी नहीं मिला।

मारे गए 76 जवान
मारे गए 76 जवानों में से उत्तर प्रदेश के 42, उत्तराखंड और बिहार के छह-छह, राजस्थान के चार, तमिलनाडु के तीन, हरियाणा, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के दो-दो थे। वहीं महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली, असम, केरल, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश के एक-एक जवान थे। शहीदों में डिप्टी कमांडेंट और असिसटेंट कमांडेंट भी शामिल थे।

नक्सल प्रभावित जिलों में गर्मी के दिनों में बढ़ जाती है नक्सल वारदातें
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर समेत दूसरे नक्सल प्रभावित जिलों में गर्मी के दिनों में नक्सल वारदातें काफी बढ़ जाती हैं। सुरक्षाबल सूत्रों के मुताबिक गर्मी में जंगल में विजिबिलिटी बढ़ जाती है। इससे नक्सलियों को वारदात को दूर से ही अंजाम देने और भागने में आसानी होती है। इसलिए नक्सली सारे बड़े हमलों को मार्च, अप्रैल और मई महीने में अंजाम देते है।

मार्च, अप्रैल और मई महीने में हुए हमले
1. 13 मार्च 2018 को नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट कर एंटी लैंड माइन व्हीकल को उड़ा दिया था।
2. 24 अप्रैल 2017 को सुकमा के दोरनापाल में सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन रोड ओपनिंग पार्टी के रूप में निकली थी। नक्सलियों ने एंबुश में फंसा हमला कर दिया जिसमें 25 जवान शहीद हो गए और 7 घायल हो गए।
3. 11 मार्च 2017 मार्च को नक्सलियों ने सीआरपीएफ की 219वीं बटालियन को निशाना बनाया था जिसमें 11 जवान शहीद हो गए थे।
4. मार्च 2017 में बस्तर में हुए नक्सली हमले में CRPF की 219वीं बटालियन के जवान शहीद हो गए थे।
5. 11 मार्च 2014 को झीरम घाटी में फिर हमला हुआ था जिसमें 14 जवान शहीद हो गए थे।

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