पीपीगंज: पीपीगंज के पास छठ पूजा का सामान खरीदने के बहाने पत्नी को मायके से बुलाकर ले जाने के बाद एक युवक ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और शव को नहर में फेंककर फरार हो गया। शुक्रवार सुबह महिला का शव नहर में मिलने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
जांच में जुटी पुलिस ने संदेह के आधार पर पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। पुलिस को संदेह है कि इस घटना में आरोपी का भांजा भी शामिल था, जिसे पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
पीपीगंज के बढ़नी गांव के परसौनी टोला निवासी राममिलन की बेटी तारामति की शादी 10 वर्ष पहले सहजनवां के लुनिया गांव में रहने वाले सुरेंद्र निषाद से हुई थी। उनके तीन बच्चे हैं। तारामति के भाई का आरोप है कि शादी के बाद से ही सुरेंद्र उसके चरित्र पर संदेह करता था और इस बात को लेकर अक्सर मारपीट भी करता था।
गुरुवार को छठ पूजा के लिए तारामति अपने मायके आई थी। पूजा का सामान खरीदने के बहाने सुरेंद्र उसे अपने साथ ले गया। वापस लौटते समय सुनसान नहर किनारे उसने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव को नहर में फेंककर भाग गया। परिवार के लोगों ने देर रात तक उसे खोजा, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। शुक्रवार को शव मिलने पर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने सुरेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस भांजे की भूमिका की भी जांच कर रही है।
अधेड़ का बिस्तर पर मिला शव, हत्या की आशंका
गगहा क्षेत्र के घेवरपार गांव में शुक्रवार को 45 वर्षीय राम प्यारे का शव उनके कमरे में बिस्तर पर मिला। गले पर चोट का निशान होने से हत्या की आशंका जताई जा रही है। बेटे अरविंद ने पहले बताया कि दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई, लेकिन गले पर निशान देखकर पुलिस ने मामला संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू की है।