खराबी EVM मशीन में नहीं रोहतक की दो इन्सानी मशीनों ( बापूँ -बेटा ) में आई जिससे कांग्रेस सत्ता में आने से वचिंत रह गई
ग़ुस्ताखी माफ हरियाना – पवन कुमार बंसल
वरिष्ठ कॉंग्रेस नेता रणसिंह मान के सौजन्य से —यदि राहुल गांधी ने कांग्रेस की एलिट क्लास की मनमानी व दबदबे पर अंकुश नहीं लगाया तो पार्टी को बहुत नुक़सान होगा । एक अद्भुत रिकार्ड—
कांग्रेस ने बाढड़ा में लगातार सातवीं बार बाहरी उम्मीदवार उतारा जो साथ लगते लोहारू से 9, 14, व 19 में हारा हुआ था ।
ज़ाहिर है पार्टी के किसी बड़े नेता ने ठोक कर सिफ़ारिश की होगी ।यदि आप इस एक सीट का तथ्यात्मक पोस्टमार्टम करेंगे तो साफ़ समझ आयेगा कि जिन लोगों की हाथ में चुनाव की कमान थी वे ही जाने अनजाने नहीं चाहते थे कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बने ।
इसमें मालिक बने नेताओं का अहंकार, ज़िद्द ,बुरी नीयत , ग़लत पूर्वानुमान व जनभावना का अनादर आदि सब नज़र आयेगा ।
चरण वन्दना न करने वालों व स्वाभिमानी कर्मठ लोगों से बात करना तो दूर, नज़र भी नहीं मिलाई ।
पार्टी की चुनाव समिति, कोर कमेटी व स्क्रिनिंग कमेटी जिन पर सही व जिताऊँ उम्मीदवार चुनने की ज़िम्मेवारी थी सब को लकवा मार गया ।
किसान आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वालों व धरातल पर काम करने वालों की न केवल टिकटों में उपेक्षा हुई बल्कि चुनावी मुहीम से भी दूर रखा गया । पूरी कम्पेन में चाटुकार ,निवेशक, नक़ली सेवादार, हुलड़बाज व अन्धभक्त छाये रहे । दुम्छला हरियाणा में उन लोगों की भूमिका पर भी ध्यान देना ज़रूरी है जो चुनाव से पहले ही भूपेन्द्र हुड्डा व दीपेन्द्र हुड्डा को छाती ठोक कर यह कहते थे कि आप कुत्ते के गले में टिकट लटका दोगे तो विधायक बन कर आयेगा ।
ऐसे में जब लोग ऐसा कहें, पार्टी लीज़ पर मिल जाये और टार्गेट 45 सीट का हो तो वही तो हुआ जो होना था ।
खराबी EVM मशीन में नहीं रोहतक की दो इन्सानी मशिनों में आई जिससे कांग्रेस सत्ता में आने से वचिंत रह गई ।