चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश की डबल इंजन की सरकार किसानों के उत्थान के लिए लगातार कार्य कर रही है। उनका उद्देश्य है कि किसानों की आमदनी बढ़े और वे आर्थिक रूप से समृद्ध हों। मुख्यमंत्री ने यह बयान आज जिला हिसार में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित बजट पूर्व परामर्श बैठक के दौरान दिया, जहां वह प्रगतिशील किसानों से सुझाव ले रहे थे। इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री श्री रणबीर गंगवा, विधायक श्री विनोद भ्याणा और श्री रणधीर पनिहार भी मौजूद थे।
किसानों के उत्थान के लिए विशेष रणनीति
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 70 प्रतिशत किसान ऐसे हैं जिनके पास भूमि कम है। इसीलिए उनके उत्थान के लिए एक खास रणनीति बनानी होगी। साथ ही, किसानों को अधिक मुनाफा मिले, इसके लिए बजट में प्रावधान किए जाएंगे, ताकि किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कृषि क्षेत्र की विकास योजनाओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
कृषि क्षेत्र में विकास के प्रयास
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हरियाणा की जीडीपी में 18 प्रतिशत योगदान कृषि क्षेत्र से है। उनका उद्देश्य है कि किसानों के लिए कुछ ऐसे कदम उठाए जाएं, जिससे छोटे जोत वाले किसान भी अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकें। इसके लिए ई-मंडी और अन्य विकल्पों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में हुए विकास की सराहना करते हुए कहा कि आज सड़क-रेल कनेक्टिविटी मजबूत होने से फसल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना आसान हो गया है।
ऑर्गेनिक खेती और फसल विविधीकरण की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री ने किसानों से आह्वान किया कि वे फसल विविधीकरण को अपनाएं और परंपरागत खेती से हटकर कुछ नया करें। साथ ही, मोटे अनाज के उत्पादन को भी बढ़ावा दें। उन्होंने स्ट्रॉबेरी और किन्नू जैसी फसलें उगाने वाले किसानों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लिए इन नई और विविध फसलों को अपनाना चाहिए।
2025 के बजट के लिए सुझाव देने का अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हरियाणा के 2025-26 के आम बजट से संबंधित सुझाव देने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया है। इस पोर्टल पर आम नागरिक और प्रगतिशील किसान अपने सुझाव दे सकते हैं, जिन्हें आगामी बजट में शामिल किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजा शेखर वुंडरू, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. साकेत कुमार, और चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बीआर कंबोज सहित अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद थे।