नई दिल्ली। अयोध्या से राम भक्तों के लिए अच्छी खबर आई है. रामलला के दर्शन का समय और बढ़ा दिया गया है. श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने शुक्रवार यानी 16 फरवरी से दोपहर में सिर्फ एक घंटे के लिए राम मंदिर के कपाट बंद करने का फैसला लिया है, जिसकी जानकारी राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने दी है. उनका कहना है कि आज से रामलला दोपहर में एक घंटे के लिए विश्राम करेंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है कि श्री रामलला पांच साल के बाल स्वरूप में हैं, इसलिए बाल देवता को कुछ आराम देने के लिए ट्रस्ट ने फैसला किया है कि मंदिर के कपाट दोपहर में एक घंटे तक बंद कर दिए जाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर के द्वार 12:30 बजे से 1:30 बजे तक बंद रहेंगे. प्रतिष्ठा समारोह के बाद रामलला के दर्शन का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक था, जिसमें दोपहर 1:30 से 3:30 तक दो घंटे के लिए मंदिर के कपाट बंद रहते थे. इसके साथ ही अब आरती में 100 लोग शामिल होंगे.
अयोध्या में बचपन से रहने वाले आचार्य सत्येंद्र दास राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी हैं. वह करीब 32 साल से रामलला के मंदिर की पूजा-अर्चना कर रहे हैं. साल 1992 में हुए बाबरी विध्वंस से पहले से ही आचार्य जी ने रामलला चरणों में अपना सारा जीवन समर्पित कर दिया था. उन्होंने बाबरी विध्वंस के समय भी मंदिर को लेकर संघर्ष किया था. उनके संघर्ष और राम के प्रति आस्था की वजह से वह अब भी राम मंदिर के मुख्य पुजारी तौर पर पूजा-अर्चना करते हैं.
बता दें कि हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 15 फरवरी को एक कार्यक्रम के दौरान तीन सिक्के जारी किए हैं. इसमें अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर का एक स्मारक सिक्का, साथ ही भगवान बुद्ध और एक सींग वाले गैंडे पर आधारित सिक्का शामिल है. राम मंदिर की थीम पर आधारित सिक्के के एक ओर राम लला और दूसरी ओर राम मंदिर की तस्वीर है.