सोनपुर के विकास की योजना आनेवाले 20साल के हिसाब से हो

इमरजिंग सिटी सोनपुर पर पैनल परिचर्चा का आयोजन

सोनपुर।सोनपुर मेला परिसर में आज जिला प्रशासन सारण और सोनपुर प्लानिंग एरिया अथॉरिटी के द्वारा इमरजिंग सिटी सोनपुर पर पैनल परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा का संचालन सुमित कुमार, छपरा म्युनिसिपल कमिश्नर, ने किया।
संगत ग्रैंड में आयोजित पैनल टाक में प्रधान सचिव नगर विकास एवं आवास विभाग संतोष कुमार मल्ल ने कहा कि बिहार अर्बन प्लानिंग एक्ट 2012 के अनुसार उभरते शहर सोनपुर का विकास आगामी 20 साल को ध्यान में रखकर करना होगा। सभ्य समाज के निवास व कार्यस्थल सुव्यवस्थित एवं सुसज्जित हों। सड़कें चौड़ी हों,किनारे सर्विस लेन हो। थोड़ी जगह के बाद भवन निर्माण हो। प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने बताया कि सोनपुर का मास्टर प्लान तैयार हो रहा है। इसमें सोनपुर, दरियापुर और दिघवारा शामिल है। सोनपुर के इतिहास और वर्तमान को ध्यान में रखकर मास्टर प्लान तैयार हो रहा है, जो कुछ महीने में तैयार हो जाएगा। सोनपुर एरिया अथॉरिटी के लोग इस प्लान को तैयार कर रहे हैं, जो सभी क्षेत्रों के लोगों के सुझाव पर आधारित होगा।

The development of Sonpur should be planned according to the coming 20 years

आईसीसी चेयरमैन आंत्रप्रेन्योर प्रभात कुमार सिन्हा ने कहा सोनपुर के उभरते शहर के प्रारुप में उनके नजर में ऐसे शहर की कल्पना है जो नदी किनारे शांति के अहसास के साथ है, नहरों से घिरा हुआ प्रदूषण मुक्त ग्रीन सिटी के रुप में इसका विकास हो।प्रभात कुमार सिन्हा ने कहा कि सोनपुर आईटी सेक्टर का हब बन सकता है। इसमें आईटी सेक्टर का हब बनाने के लिए तमाम संसाधन मौजूद हैं।

रेरा सदस्य आई आर एस एस डी झा ने कहा 500वर्गमीटर क्षेत्रफल और 8 फ्लैट से अधिक के अपार्टरमेंट में रेरा का नियम लागू होता है। अगर समय पर प्रोमोटर प्रोजेक्ट प्रस्तुत करें तो कोई जुर्माना नहीं लगता। निबंधन जरूरी है। सामान्य शुल्क लगता है।

The development of Sonpur should be planned according to the coming 20 years

आर्किटेक्ट एसोसिएशन आफ इंडिया के पूर्व प्रेसीडेंट विष्णु चौधरी ने कहा सोनपुर का शेप एलिप्टकल है, जहां जलजमाव की आशंका है। 6.5 लंबाई और 1.8 किमी में फैले सोनपुर का थीम बेस्ड प्लानिंग है। अर्बन प्लानर अक्षय शर्मा,ने कहा सामाजिक आर्थिक संभावना के साथ क्षेत्र के डेमोग्राफी पर भी ध्यान देना होगा।
लेखक इतिहासकार कुमार विजय ने बताया कि विकास ऐसा हो जिसमें नदी के बहाव, ऐतिहासिक विरासत, आस्था का भी ध्यान रखा जाये।
कार्यक्रम का आयोजन और धन्यवाद ज्ञापन  रणजीत कुमार – मुख्य कार्यपालक अधिकारी – सोनपुर आयोजना छेत्र प्राधिकार के द्वारा किया गया। उद्घोषणा राष्ट्रीय कौशल विकास मंत्रालय की भावना वर्मा के द्वारा किया गया ।

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