- रिपोर्ट: सत्य प्रकाश
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के सख्त अभियान के बावजूद दबंगों के हौसले पस्त होने का नाम नहीं ले रहे हैं। राजधानी लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र के ग्राम डिगडिगा में किसानों की जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है।
पीड़ित किसान लक्ष्मण यादव और अन्य किसानों ने आरोप लगाया है कि समाजवादी पार्टी के नेता और कई बार ग्राम प्रधान रहे वीरेंद्र यादव उर्फ बाबा और उनके भाई मनीष यादव, दिलीप यादव और मुनीम यादव उनकी पुस्तैनी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।
पीड़ित किसानों ने बताया कि जब वीरेंद्र यादव ग्राम प्रधान थे, तब उन्होंने श्मशान घाट और सरकारी परती भूमि को भी कब्जे में ले लिया था। अब शहर के नजदीक स्थित खेती वाली जमीन को औने-पौने दामों में बेचने के लिए दबाव बना रहे हैं।
धमकी और फर्जी मुकदमों की शिकायत
लक्ष्मण यादव ने बताया कि 29 दिसंबर को कुछ लोग उनके घर आए और धमकी दी कि अगर जमीन नहीं बेची तो उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसा कर जेल भिजवा देंगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वीरेंद्र यादव अपने ड्राइवर गौतम के माध्यम से अप्ट्रान चौकी प्रभारी के साथ मिलकर उनके खिलाफ झूठी शिकायतें दर्ज करवा रहे हैं, जिससे उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है।
पुलिस प्रशासन पर भी सवाल
पीड़ित ने बताया कि अप्ट्रान चौकी इंचार्ज और अन्य पुलिसकर्मियों का रवैया संतोषजनक नहीं है। इससे परेशान होकर लक्ष्मण यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिलाधिकारी लखनऊ, और पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।
अब यह देखना होगा कि लखनऊ पुलिस प्रशासन पीड़ित किसानों को कब तक इंसाफ दिलाता है और दबंग भू-माफिया वीरेंद्र यादव और उनके भाइयों के खिलाफ कार्रवाई कब होती है।