टारगेट पूरा न होने के तनाव में फाइनेंस कंपनी के एरिया मैनेजर ने दी जान, 5 पेज के सुसाइड नोट में बयां किया दर्द
झांसी: बजाज फाइनेंस कंपनी के एरिया मैनेजर तरुण सक्सेना (34) ने टारगेट पूरा न कर पाने के दबाव और सीनियर अधिकारियों के उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या कर ली। रविवार को उन्होंने फांसी लगाकर अपनी जान दी। उनके पास से मिले पांच पेज के सुसाइड नोट में तरुण ने अपने दर्द का बयां किया, जिसमें उन्होंने अधिकारियों पर गाली-गलौज करने और नौकरी से निकालने की धमकी देने का आरोप लगाया।
तीन महीने से था टारगेट का दबाव
परिजनों के मुताबिक, तरुण पर पिछले तीन महीनों से टारगेट पूरा करने का भारी दबाव था। उनका जिम्मा तालबेहट, मोंठ, और बड़ागांव जैसे क्षेत्रों से ऋण वसूली का था, लेकिन अत्यधिक बारिश के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं और वे ईएमआई जमा नहीं कर पा रहे थे। इसके बावजूद कंपनी ने तरुण के टारगेट में कोई छूट नहीं दी, जिससे वह मानसिक तनाव में आ गए थे।
अधिकारियों से मिली धमकी
तरुण ने अपने सुसाइड नोट में खुलासा किया कि अधिकारी उनसे गाली-गलौज करते थे और टारगेट पूरा न होने पर नौकरी से हटाने की धमकी दे रहे थे। रविवार को छुट्टी के बावजूद अधिकारियों ने ऑनलाइन मीटिंग के जरिए उन पर दबाव बनाया, जिससे परेशान होकर उन्होंने फांसी लगा ली।
पुलिस ने शुरू की जांच
नवाबाद थाना क्षेत्र के गुमनावारा स्थित महाराणा प्रताप नगर में तरुण का शव उनके कमरे में मिला। उनकी पत्नी मेधा ने उन्हें फंदे से लटका देखा तो चीख निकल गई। आस-पास के लोग और पुलिस तुरंत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि मामले की गहन छानबीन की जा रही है।