समस्तीपुर ( वारिसनगर ) बैद्यनाथ झा मुखिया (01/01/1944 – माता- श्रीमती सुमित्रा देवी, पिता- श्री रामकृपाल झा, का जन्म ग्राम पंचायत – लखनपट्टी, वारिसनगर प्रखंड, समस्तीपुर जिला (पुराना दरभंगा) के एक गरीब परिवार में हुआ था। बचपन में ही (पांच वर्ष) पिता का साया सर से हट गया। उनकी माता बहुत सूझबूझ और अनुसाशित विदुषी थी। उन्होंने दृढ़ संकल्पित होकर अपनी एकमात्र संतान को उस अकाल और गरीबी के दौर में भी स्नातक तक पढाई पूरी करबायी। वो माँ गंगा की तरह अपने पुत्र श्री बैद्यनाथ को जीवन भर मार्ग दर्शन करती रही और सुनामधन्य श्री बैद्यनाथ झा ने भी आर्थिक तंगी की परवाह किये बगैर लोक कल्याण में अपना जीवन समर्पित कर दिया।
श्री बैद्यनाथ झाजी ने जन्म तो गुलाम भारत में लिया किन्तु चलना, बोलना, खेलना और समझना स्वतंत्र भारत में शुरू किया। देश पुनर्निर्माण और प्रगति की ओर तेजी से बढ़ रहा था। समाजवादी विचारधारा और सामाजिक न्याय की माँग छठ्ठे और सातवें दशक में कर्पूरी आंदोलन का मूलभूत आधार बन गया था। वे कांग्रेस पार्टी में रहते हुए भी जिला के प्रगतिशील और समाजवादी चिंतकों और कार्यकर्ताओं के बीच एक पूल का काम किया करते थे। कांग्रेस जनों के अलावा श्री कर्पूरी ठाकुर, स्वातंत्रता सेनानी श्री राजेंद्र शर्मा, वशिष्ठ नारायण सिंह, जनाब अब्बू तमिम, श्री योगेंद्र झा, श्री रामसेवक हजारी, श्री बालेश्वर राम, डॉ अशोक राम आदि नेताओं का इनके यहाँ आना जाना बना रहता था।
पढाई के बाद श्री बैद्यनाथ झा हाई स्कूल एवं अन्य संस्थानों के कई नौकरियों को छोड़ समाजसेवा एवं सामाजिक न्याय में अपने आपको झोंक दिया। सन् 1970, युवावस्था (मात्र 26 बर्ष की आयु) में हीं उनकी प्रतिभा, समरसता, न्यायोचित विचार और व्यवहार को पहचानकर पंचायत वासियों ने उन्हें बिना किसी खर्च के भारी मतों से पंचायत मुखिया चुन लिया। गाँधी से प्रभावित होकर श्री बैद्यनाथ झा जी भीष्म प्रतिज्ञा ली कि वे आजीवन खादी कपड़ों का प्रयोग करेंगे जिसे उन्होंने आजीवन पालन किया। वे समाज सेवा और सामाजिक न्याय के सिपाही आखिरी सांस तक बने रहे।
चलते-फिरते अवस्था में सुबह 3 बजे 15 मिनट दिनांक 16 दिसंबर को उन्होंने अपने अनंत यात्रा पर प्रस्थान किया। इन कठिन समय में एक धैर्य की बात ये थी कि उनकी दोनों पुत्रवधु जो दोनों शिक्षिका हैं तथा उनके पौत्र- पौत्रियों ने हमेशा से उनकी जी जान से सेवा की और आगंतुकों का आदरभाव से स्वागत किया जो इस समय अनुकरणीय है।
उनके देहावसान की खबर सुनते ही जिला के सैंकड़ो लोगों ने उनके अंतिम दर्शन लेने पहुंचे। कांग्रेस जिला अध्यक्ष जनाब अब्बू तमिम साहेब ने कांग्रेस झंडा, फूल माला अर्पित कर अपनी और कांग्रेस पार्टी की तरफ से पुष्पांजलि- श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री मुन्ना राय- प्रo अo, श्री राजेश्वर ठाकुर उर्फ डाक बाबू, श्री राजू कुमार- प्रखंड प्रमुख, श्री राम शंकर झा- पुर्व पo समिति, श्री राम कुमार झा – पूर्व मुखिया, श्री प्रभात कुमार सिंह- मुखिया, श्री सूरज महतो- पूर्व मुखिया, श्री भूषण राय- पेक्स अध्यक्ष, श्री रामबिलास सिंह- पूर्व सी आई डी, श्री जगदानंद झा- कृषी कोर्डिनेटर, श्री कन्हैया कुमार झा एवं सैंकड़ो पंचायत वासियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की और दाह संस्कार में भाग लिया। दाह संस्कार अपने पैत्रिक तालाब के समीप ब्रामस्थान के सामने अपनी भूमि पर हुई जिसमें उनके श्रेष्ठ सुपुत्र श्री राजीव रंजन ने मुखाग्नि दी और कनिष्ठ सुपुत्र श्री संजय कुमार ने पूरी प्रक्रिया का संचालन किया।
Prev Post