सुखी जीवन का सूत्र
सुख और दु:ख जीवन के अभिन्न अंग हैं। जीवन में सुख-दुःख का चक्र सदैव चलता रहता है। कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बड़ी से बड़ी विपदा को भी हँसकर झेल जाते हैं। कुछ लोग ऐसे होते हैं जो एक दुःख से ही इतने टूट जाते हैं कि पूरे जीवन उस दुःख से मुक्त नहीं हो…
Read More...
Read More...