लखनऊ में अलविदा नमाज़ पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम, यूपी डीजीपी ने दिए सख्त दिशा-निर्देश

 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग ने आगामी रमजान के अलविदा नमाज़ के दौरान सुरक्षा को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार ने शनिवार को लखनऊ में एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान अधिकारियों को सुरक्षा के संबंध में कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इन निर्देशों में विशेष तौर पर संवेदनशील इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, ड्रोन से निगरानी, सोशल मीडिया पर निगरानी और नियमित चेकिंग जैसी कड़ी सुरक्षा उपायों को शामिल किया गया है।

सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों में कड़ी निगरानी

उत्तर प्रदेश डीजीपी ने अधिकारियों को यह स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि राज्य भर में अलविदा नमाज़ के अवसर पर किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएं। इसके अंतर्गत सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती, चेक पोस्ट, पिकेट्स और स्टेटिक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की बात की गई है। संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के साथ-साथ स्थानीय अधिकारियों को भी चौकस रहने की हिदायत दी गई है। डीजीपी ने अधिकारियों से कहा कि किसी भी नई परंपरा या सामाजिक अशांति को फैलने से पहले ही काबू पाया जाए, ताकि शांति व्यवस्था बनाए रखी जा सके।

ड्रोन से निगरानी और सोशल मीडिया पर कड़ी नज़र

प्रशांत कुमार ने यह भी निर्देश दिए कि अलविदा नमाज़ के दौरान सार्वजनिक स्थानों और संवेदनशील इलाकों की निगरानी ड्रोन के माध्यम से की जाएगी। ड्रोन से निगरानी की व्यवस्था से पुलिस को हवा से घटनाओं का जायजा लेने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत पकड़ने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, पुलिस सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखेगी। डीजीपी ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर किसी भी तरह की अफवाह या गलत जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

धर्मगुरुओं से संवाद और समुदायों से सहयोग की अपील

लखनऊ पुलिस ने यह भी कहा है कि अधिकारियों को धर्मगुरुओं के साथ संवाद करना चाहिए और समुदायों से सहयोग की अपील करनी चाहिए। डीजीपी ने कहा कि धर्मगुरु समाज के महत्वपूर्ण हिस्से होते हैं और वे समाज में शांति बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। इसलिए धर्मगुरुओं से संवाद कर के उन्हें सुरक्षा व्यवस्था और नए दिशा-निर्देशों के बारे में जानकारी दी जाएगी, ताकि वे अपने अनुयायियों को शांति बनाए रखने के लिए प्रेरित कर सकें।

पिकेट और स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती

अति संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा प्रबंधों के तहत स्टेटिक मजिस्ट्रेट और पिकेट तैनात किए जाएंगे। यह कदम सुरक्षा बलों की उपस्थिति को सुनिश्चित करने और किसी भी संदिग्ध स्थिति को तुरंत नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है। पिकेटों का मुख्य कार्य यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी अव्यवस्था या अशांति न फैलने पाए।

भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर नियमित चेकिंग

डीजीपी ने लखनऊ समेत राज्यभर के सभी प्रमुख सार्वजनिक स्थलों, बाजारों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर नियमित चेकिंग करने के आदेश दिए हैं। पुलिस अधिकारियों को विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि किसी भी जगह पर अनावश्यक भीड़ न हो और सभी लोगों की निगरानी की जाए। चेकिंग के दौरान संदिग्ध वस्तुओं, जैसे कि बस्तों और बैग्स की तलाशी ली जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि को रोका जा सके।

नए दिशा-निर्देशों का उद्देश्य शांति व्यवस्था बनाए रखना

उत्तर प्रदेश डीजीपी ने कहा कि सरकार और पुलिस का मुख्य उद्देश्य राज्य में शांति और सुरक्षा बनाए रखना है। अलविदा नमाज़ के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजामों का उद्देश्य किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचाव करना है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे सख्त और सक्रिय रूप से काम करें, ताकि किसी भी तरह की अशांति या हिंसा को रोका जा सके।

सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस की तत्परता बढ़ाई जाएगी

साथ ही डीजीपी ने यह भी कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस की तत्परता को बढ़ाया जाएगा। सभी मुख्य मार्गों पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी तैनात रहेंगे, ताकि सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ बनी रहे। अलविदा नमाज़ के दौरान बड़ी संख्या में लोग मस्जिदों और सार्वजनिक स्थलों पर जमा हो सकते हैं, ऐसे में इन स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों को तैनात किया जाएगा, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घट सके।

धार्मिक और सामाजिक शांति की अहमियत

प्रशांत कुमार ने कहा कि रमजान का महीना और विशेषकर अलविदा नमाज़ समाज में शांति और सद्भाव की भावना को बढ़ावा देने का समय होता है। इस पवित्र अवसर पर धार्मिक उन्माद या सामाजिक तनाव को बढ़ावा देने से बचने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस बल पूरी तरह से तैयार है और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक संसाधनों के साथ तैनात किया जाएगा।

लखनऊ और उत्तर प्रदेश में अलविदा नमाज़ के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डीजीपी द्वारा जारी किए गए इन सख्त दिशा-निर्देशों का उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा, शांति व्यवस्था, और सामुदायिक सहयोग को बढ़ावा देना है। राज्य पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से सजग और चौकस हैं, ताकि किसी भी प्रकार की अशांति से बचा जा सके। इन उपायों से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि रमजान के इस पवित्र महीने के अंतिम दिन में किसी भी प्रकार का असामाजिक व्यवहार न हो और सभी नागरिक शांति से अपनी धार्मिक गतिविधियों को अंजाम दे सकें।

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