खाटूश्यामजी में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार पार्किंग शुल्क चुकाना होगा। आमतौर पर मेले के दौरान पार्किंग निशुल्क रहती थी, लेकिन इस बार प्रशासन ने शुल्क लेने का फैसला किया है।
प्रशासन क्यों नहीं कर रहा निशुल्क व्यवस्था?
श्याम प्रेमियों से पार्किंग शुल्क लेने की पहले कोई व्यवस्था नहीं थी, लेकिन अब प्रशासन ने इसे अनिवार्य कर दिया है। इससे श्रद्धालुओं में नाराजगी देखी जा रही है और प्रशासन की नीयत पर सवाल उठ रहे हैं।
क्या है प्रशासन की मजबूरी?
हर साल खाटूश्यामजी मेले में लाखों श्रद्धालु आते हैं और उनके वाहनों के लिए निशुल्क पार्किंग की व्यवस्था रहती थी। लेकिन इस बार नगर पालिका की ओर से पार्किंग का ठेका दिया गया है और शुल्क वसूला जाएगा।
नगर पालिका और प्रशासन का क्या कहना है?
इस पूरे मामले में नगर पालिका ईओ देवेंद्र जिंदल का कहना है कि इस पर अंतिम निर्णय मेला मजिस्ट्रेट के निर्देशानुसार लिया जाएगा। हालांकि, इस फैसले से भक्तों की सुविधा पर असर पड़ सकता है और वे इसे अनुचित मान रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन अपने फैसले पर पुनर्विचार करता है या श्रद्धालुओं को इस बार पार्किंग शुल्क चुकाना ही पड़ेगा।