रोमन सैनी ने 16 साल की उम्र में AIIMS की एंट्रेंस परीक्षा पास कर डॉक्टर बनने का सपना साकार किया, फिर IAS अफसर बने और अनअकैडमी की शुरुआत की
रोमन सैनी की कहानी एक ऐसी प्रेरणा है, जो यह बताती है कि किसी भी उम्र में अपने सपनों को साकार करने के लिए दृढ़ संकल्प और मेहनत से कोई भी बाधा पार की जा सकती है। उन्होंने 16 साल की उम्र में AIIMS की एंट्रेंस परीक्षा पास कर डॉक्टर बनने का सपना साकार किया। महज 21 साल की उम्र में उन्होंने MBBS पूरा कर लिया और डॉक्टर के रूप में काम शुरू किया। लेकिन उनका सपना केवल डॉक्टर बनने का नहीं था, उनका उद्देश्य कुछ बड़ा करने का था।
21 साल की उम्र में डॉक्टर, 22 साल में बने IAS अफसर
रोमन की सोच यही थी कि उनकी क्षमताएं केवल डॉक्टर तक सीमित नहीं हैं। यही वजह थी कि उन्होंने UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) की तैयारी करने का मन बनाया और 22 साल की उम्र में UPSC परीक्षा पास कर IAS अधिकारी बन गए। इसके बाद उन्होंने मध्य प्रदेश में बतौर जिला कलेक्टर कई सामाजिक और प्रशासनिक सुधार किए।
हालांकि, रोमन की महत्वाकांक्षा यहीं नहीं रुकी। उन्होंने महसूस किया कि उनके पास एक बड़ा प्लेटफॉर्म है, और वे चाहते थे कि समाज में कुछ बड़ा बदलाव लाने के लिए वह कुछ नया करें। इसी सोच ने उन्हें अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर एक नई दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
अनअकैडमी की शुरुआत और सफलता
2015 में रोमन ने गौरव मुंजाल और हेमेश सिंह के साथ मिलकर अनअकैडमी की शुरुआत की। शुरुआत में यह एक यूट्यूब चैनल था, जो छात्रों को UPSC और अन्य परीक्षाओं की तैयारी के लिए स्टडी मटीरियल देता था। लेकिन समय के साथ अनअकैडमी ने अपनी पहचान बनाई और आज यह भारत के प्रमुख एडुटेक प्लेटफॉर्म में से एक बन चुका है। इस प्लेटफॉर्म की कीमत आज 26,000 करोड़ रुपये आंकी जाती है। अनअकैडमी ने शिक्षा को सस्ता और सुलभ बना दिया, जिससे हजारों छात्रों को गुणवत्तापूर्ण कोचिंग मिल रही है।
शिक्षा में क्रांति के प्रतीक
रोमन सैनी की कहानी सिर्फ एक सफल डॉक्टर, IAS अफसर, और एंटरप्रेन्योर बनने तक सीमित नहीं है। उनकी सोच और मेहनत ने शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांति ला दी। अनअकैडमी के माध्यम से उन्होंने छात्रों को नए सपने देखने और उन्हें पूरा करने का अवसर प्रदान किया। आज अनअकैडमी लाखों छात्रों के लिए सफलता की सीढ़ी बन चुका है, जो उन्हें अपने लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करता है।
रोमन सैनी की जीवन यात्रा यह साबित करती है कि अगर किसी में जुनून और दृढ़ संकल्प हो, तो वह किसी भी बड़े लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में न केवल एक नया रास्ता दिखाया, बल्कि यह भी बताया कि समाज में बदलाव लाने के लिए सही दिशा में प्रयास करना कितना महत्वपूर्ण है।