बलात्कार पुरुषों की यौन विकृति और कुंठा का परिणाम – प्रो प्रशांत शुक्ला

बलात्कार के खिलाफ बने कठोर कानूनो का हो कड़ाई से पालन, जिससे महिला अपराधों में आ सके कमी - डॉ ऋतु दुआ

महिला सुरक्षा पर मिर्जापुर में सेमिनार: बलात्कार पर कठोर कानूनों के पालन की मांग

मिर्जापुर।बीते शनिवार की देर शाम जनपद के बल्ली का अड्डा स्थित प्लेवे स्कूल में “महिला सुरक्षा – जलते सवाल, नदारद जवाब” विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई गई और इनसे निपटने के उपायों पर गहन चर्चा हुई।

सेमिनार को संबोधित करते हुए आईआईटी बीएचयू के प्रोफेसर प्रशांत शुक्ला ने कहा कि बलात्कार पुरुषों की यौन विकृति और कुंठा का परिणाम है। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज में महिलाओं के प्रति दोयम दर्जे की सोच और वातावरण महिलाओं में असुरक्षा का भाव पैदा करते हैं। इस मानसिकता के कारण पुरुषों को महिलाओं के प्रति अपराध करने की एक अनर्गल छुट मिल जाती है, जिससे वे महिलाओं को वस्तु समझकर क्रूरतापूर्ण व्यवहार करते हैं, जिसका महिलाएं अक्सर शिकार होती हैं।

शहर की प्रसिद्ध स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. ऋतु दुआ ने बलात्कार के खिलाफ बने कठोर कानूनों के कड़ाई से पालन की आवश्यकता पर जोर दिया, जिससे महिला अपराधों में कमी लाई जा सके। उन्होंने हाल ही में कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना का हवाला देते हुए कहा कि इस प्रकार की घटनाएं हमारे समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी हैं और इनसे निपटने के लिए कठोर कदम उठाने की जरूरत है।

सेमिनार में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कानूनी और सामाजिक उपायों पर भी चर्चा की गई, जिसमें विभिन्न विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में शामिल सभी ने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समाज को जागरूक और सतर्क रहना होगा।

 

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