रामपुर: व्यापारियों द्वारा बिजली विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपा
व्यापारी मंडल का ज्ञापन सौंपना
रामपुर में उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के सदस्य तिलक कॉलोनी स्थित अपने कार्यालय से नाहिद सिनेमा घर के पास स्थित बिजली घर तक पहुंचे और वहां के अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड प्रथम को एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान व्यापारी मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप अग्रवाल सोनी ने विभाग द्वारा की जा रही कथित ब्लैकमेलिंग और भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध जताया।
लघु उद्योगों को हो रहा नुकसान
संदीप अग्रवाल सोनी ने आरोप लगाया कि विद्युत विभाग द्वारा बार-बार ब्लैकमेलिंग करते हुए मुन्नीलाल के सिविल लाइन स्थित केला प्लांट और अनूप मल्होत्रा के प्लांट की बिजली लाइन काटी जा रही है, जिससे लघु उद्योगों को भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग के इस रवैये से व्यापारियों में डर का माहौल बना हुआ है और कई व्यापारी अपना उद्योग बंद कर उत्तराखंड पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं।
अत्यधिक बिल और ब्लैकमेलिंग का आरोप
संदीप अग्रवाल ने यह भी आरोप लगाया कि विभाग द्वारा व्यापारी वर्ग को अत्यधिक बिजली के बिल भेजे जा रहे हैं, जिससे व्यापारी और आम जनता दोनों परेशान हैं। रामपुर की 25 प्रतिशत जनता ने पहले ही शहर छोड़कर अन्य राज्यों और देशों में पलायन कर लिया है।
ब्लैकमेलिंग और रिश्वतखोरी पर नाराजगी
उन्होंने हाथी खाना चौराहा पर दुकानदारों को ब्लैकमेल करने के लिए बिजली के बॉक्स उनकी दुकानों के सामने लगाए जाने का उदाहरण दिया। इससे यह संकेत मिलता है कि विभाग के कुछ अधिकारी व्यापारी से रिश्वत वसूलने की कोशिश कर रहे हैं। संदीप अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि व्यापारी मंडल किसी भी हालत में खुलेआम रिश्वतखोरी और ब्लैकमेलिंग नहीं होने देगा।
कड़ी कार्रवाई की मांग
व्यापारी मंडल के नेताओं ने मांग की कि ब्लैकमेलिंग और रिश्वतखोरी करने वालों को ब्लैकलिस्ट कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि विभाग का यह भ्रष्टाचार और उत्पीड़न बंद हो सके।
साथी नेताओं की उपस्थिति
इस अवसर पर महफूज हुसैन (नगर अध्यक्ष), पप्पू खान (प्रदेश मंत्री), अब्दुल बासिक (मंडल अध्यक्ष), संदीप शर्मा (जिला मंत्री), फहीम अहमद, दिलशाद हुसैन, मोहम्मद रफी, सतपाल टीटू, सरदार मंजीत सिंह, सिंपल राजू सुमन, मनोज कुमार, हाजिर अली, नाजिम अली, राजीव, गोपाल शर्मा, बाबू खान सुरखे, सामी खान, प्रवीण गुर्जर सहित अन्य व्यापारी और सामाजिक नेता मौजूद रहे।