ऐलनाबाद (एम.पी. भार्गव): ऐलनाबाद नगरपालिका के कई वार्डों के पार्षदों ने आज नगरपालिका सचिव को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने नगरपालिका चेयरमैन पर आरोप लगाते हुए कहा कि जनता के पैसे का दुरुपयोग हो रहा है। पार्षदों ने नगरपालिका के ऐजेंडों को लेकर सवाल उठाए और कहा कि बैठक में जिन ऐजेंडों पर हस्ताक्षर कराए जाते हैं, वे बाद में बदल दिए जाते हैं। इसके अलावा, कई ऐसे प्रस्तावों को मंजूरी दी जाती है जिनका बैठक में कोई जिक्र नहीं होता।
पार्षदों के अधिकारों का उल्लंघन
पार्षदों ने अपने ज्ञापन में यह भी कहा कि नगरपालिका की बैठक में पार्षदों से जिन ऐजेंडों पर हस्ताक्षर करवाए जाते हैं, वह बाद में बदले जाते हैं। ऐसे में पार्षदों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि बैठक में वही ऐजेंडे व प्रस्ताव पास हों जिनकी पार्षदों को पहले से पूरी जानकारी हो और उन्हें पारित करने से पहले सूचना दी जाए।
नाली और फुटपाथ निर्माण पर सवाल
महिपाल शर्मा, पार्षद प्रतिनिधि वार्ड नंबर 11 ने आरोप लगाया कि नगरपालिका चेयरमैन ने शहर की पार्किंग व्यवस्था सुधारने और बाजार में ट्रैफिक व्यवस्था को सही करने के लिए फुटपाथ बनाने की बात कही थी, लेकिन अब उसी जगह नाली का निर्माण भी कराया जा रहा है, जिसकी पार्षदों को कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने इस पर सवाल उठाए और इसकी जानकारी पार्षदों को पहले से दी जाने की मांग की।
बजट पर आपत्ति
संदीप घोडे़ला, पार्षद वार्ड नंबर 5 ने कहा कि पिछले दो वर्षों से नगरपालिका ऐलनाबाद में इस तरह की प्रक्रिया चल रही है, जिससे पार्षदों में नाराजगी है। उन्होंने बताया कि नगरपालिका का बजट 27 करोड़ 46 लाख 47 हजार रूपये का था, लेकिन विकास कार्यों पर कम खर्च किया गया और ऑफिसियल कार्यों पर ज्यादा खर्च दिखाया गया।
फूडप्लाजा के मामले में पार्षदों की आपत्ति
वेद सैनी, पार्षद ने बताया कि किसी भी बैठक में फूडप्लाजा के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन बाद में उसे ऐजेंडों में डाला गया। उन्होंने कहा कि यदि फूडप्लाजा की बोली लगाई जानी है, तो यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होनी चाहिए और आम जनता को भी इस बारे में जानकारी मिलनी चाहिए।
नगरपालिका चेयरमैन का जवाब
राम सिंह सौलंकी, नगरपालिका चेयरमैन ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि नगरपालिका में सभी ऐजेंडों पर पार्षदों के हस्ताक्षर होते हैं और हर ऐजेंडा सात दिन का समय लेकर पारित किया जाता है। उन्होंने कहा कि बाजार में फुटपाथ बनाने का निर्णय नाले के ऊपर ही किया गया था, ताकि बरसाती पानी की निकासी हो सके।
आगे की प्रक्रिया
राम सिंह सौलंकी ने बताया कि पार्षदों ने जो ज्ञापन सौंपा है, उस पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी बैठक में सभी पार्षदों से अपने-अपने वार्ड के विकास कार्यों की सूची लिखित रूप में देने को कहा जाएगा, जिन्हें बैठक में पास किया जाएगा।