बदायूं: बदायूं में युवक द्वारा एसएसपी कार्यालय पर आत्मदाह प्रयास पर सांसद आदित्य यादव ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद में घटी घटना ने प्रदेश में कानून व्यवस्था और सुशासन के दावों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता और आरोपी दबंगों के खिलाफ कार्रवाई न होने के चलते गुलफाम नामक युवक को आत्मदाह जैसा कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा।
गुलफाम ने आरोप लगाया था कि सदर विधायक ,कोतवाली पुलिस और सीओ सिटी ने उसके साथ न्याय करने के बजाय उसे झूठे मुकदमों में फंसाने और जेल भेजने की धमकी दी। पुलिस के इस रवैये और पीड़ित की शिकायतों पर कार्रवाई न होने से मजबूर होकर उसने एसएसपी कार्यालय पर आत्मदाह का प्रयास किया। प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन की ओर से इस गंभीर घटना के बाद भी सिर्फ सीओ और थाना प्रभारी का स्थानांतरण किया जाना और सदर विधायक के खिलाफ कोई कार्यवाही न करना न्याय की प्रक्रिया का मजाक है। यह घटना स्पष्ट करती है कि दबंगों को सत्ता और भाजपा विधायकों का संरक्षण मिल रहा है, जबकि पीड़ित को न्याय दिलाने की बजाय उसे प्रताड़ित किया जा रहा है।
मैं मांग करता हूं कि:
1. इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।
2. दोषी अधिकारियों और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
3. श्री गुलफाम को न्याय दिलाने और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए।
4. प्रदेश में पुलिस तंत्र में सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
यह घटना सरकार के सुशासन की पोल खोलती है और यह साबित करती है कि आम जनता न्याय पाने के लिए अब भी संघर्ष कर रही है। मैं इस पूरे मामले को सदन में उठाऊंगा और प्रदेश सरकार से जवाब मांगूंगा।