पुतिन ने बदला परमाणु हमले का नियम: मिसाइल हमले के जवाब में कर सकता है परमाणु हमला, यूक्रेन युद्ध के 1000 दिन पूरे
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब यदि कोई देश किसी परमाणु शक्ति संपन्न देश के साथ मिलकर रूस पर मिसाइल हमला करता है, तो रूस परमाणु हमला करने का विकल्प चुन सकता है।
क्या है नया नियम?
न्यूज एजेंसी AP की रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन ने इस नए आदेश पर दस्तखत यूक्रेन जंग के 1000 दिन पूरे होने के अवसर पर किए हैं।
यह बदलाव ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को रूस के भीतर लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल करने की अनुमति दी है।
अमेरिका ने यूक्रेन को आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) मुहैया कराया है, जो 300 किमी तक सटीक हमला कर सकता है।
यूक्रेन युद्ध और परमाणु खतरा:
रूस और यूक्रेन के बीच जंग को करीब तीन साल हो चुके हैं। इस दौरान कई बार परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की अटकलें लगाई गई हैं, लेकिन अब पुतिन के इस नए फैसले ने दुनिया में परमाणु युद्ध की आशंकाओं को बढ़ा दिया है।
पुतिन का बयान:
पुतिन ने कहा, “अगर रूस की सुरक्षा को खतरा हुआ और मिसाइल हमला हुआ, तो हम बिना किसी हिचक परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे। यह रूस की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।”
अमेरिका और रूस के बीच तनाव:
अमेरिका और उसके सहयोगी देश यूक्रेन को लगातार सैन्य सहायता दे रहे हैं।
ATACMS मिसाइल सिस्टम की अनुमति ने रूस को और अधिक आक्रामक रुख अपनाने पर मजबूर कर दिया है।
रूस ने इसे अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सीधा खतरा बताया है।
दुनिया पर संभावित प्रभाव:
पुतिन के इस फैसले से दुनिया में परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस और पश्चिमी देशों के बीच बढ़ता तनाव वैश्विक सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन सकता है।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इस फैसले पर चिंता जताई है।
निष्कर्ष:
यूक्रेन युद्ध के 1000 दिन पूरे होने पर पुतिन का यह निर्णय जंग को और खतरनाक बना सकता है। परमाणु हथियारों का संभावित इस्तेमाल न केवल युद्ध क्षेत्र बल्कि पूरी दुनिया के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब रूस और अमेरिका के अगले कदम पर टिकी हैं।