प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से तीन देशों का विदेश दौरा शुरू कर रहे हैं। उनका पहला पड़ाव नाइजीरिया होगा, इसके बाद वे ब्राजील जाएंगे और फिर गुयाना के लिए रवाना होंगे। प्रधानमंत्री मोदी 16 और 17 नवंबर को नाइजीरिया का दौरा करेंगे, जो कई मायनों में खास है। यह 17 साल बाद पहला मौका है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस देश की यात्रा पर जा रहा है। इससे पहले मनमोहन सिंह ने अक्टूबर 2007 में नाइजीरिया का दौरा किया था।
नाइजीरिया दौरे का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी की नाइजीरिया यात्रा राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के आमंत्रण पर हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस यात्रा से दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत किया जाएगा, जो लोकतंत्र और बहुलवाद में साझा विश्वास पर आधारित है। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी नाइजीरिया में भारतीय समुदाय और स्थानीय दोस्तों से भी मुलाकात करेंगे, जिन्होंने उन्हें हिंदी में गर्मजोशी से स्वागत संदेश भेजे हैं।
ब्राजील और जी-20 शिखर सम्मेलन
नाइजीरिया के बाद प्रधानमंत्री मोदी ब्राजील पहुंचेंगे, जहां वे 19वें जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। इस सम्मेलन में पीएम मोदी कई देशों के नेताओं से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। पिछले साल भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था और इस बार ब्राजील ने भारत की विरासत को आगे बढ़ाया है।
गुयाना की ऐतिहासिक यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी की गुयाना यात्रा भी ऐतिहासिक है, क्योंकि यह 50 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का गुयाना दौरा होगा। वे राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान के आमंत्रण पर गुयाना जा रहे हैं। इस दौरान, पीएम मोदी भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे, जिसमें कैरेबियाई देशों के नेताओं से विचार-विमर्श होगा। पीएम मोदी ने कहा कि इस यात्रा के दौरान वे 185 साल पुराने भारतीय प्रवासी समुदाय के प्रति सम्मान व्यक्त करेंगे, जो वहां भारतीय संस्कृति और विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा बने हुए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे का उद्देश्य भारत के इन देशों के साथ रिश्तों को और मजबूती देना है, जो साझा इतिहास, संस्कृति और मूल्यों पर आधारित हैं।