प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने जस्टिस यशवंत वर्मा की पुनर्नियुक्ति पर कड़ी आपत्ति जताई है। एसोसिएशन ने भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते उनकी वापसी का विरोध किया है। यह आपत्ति तब सामने आई है जब हाल ही में 15 करोड़ रुपये की नकदी बरामदगी से जुड़ा मामला उजागर हुआ था।
बार एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के इस फैसले पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि इससे न्यायिक व्यवस्था की निष्पक्षता पर प्रश्नचिह्न खड़ा होता है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा, “हम कोई कूड़ादान नहीं हैं,” और यह कदम न्यायिक संस्थानों की साख को नुकसान पहुंचा सकता है।
इस मुद्दे पर चर्चा के लिए 24 मार्च को दोपहर 1.15 बजे हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की जनरल बॉडी मीटिंग बुलाई गई है। बार एसोसिएशन का मानना है कि ऐसे फैसले जनता के न्यायिक प्रणाली पर विश्वास को डगमगा सकते हैं।