पटना, 28 दिसंबर: पिछले 12 वर्षों से रंगकर्म के क्षेत्र में सक्रिय पटना की प्रतिष्ठित नाट्य संस्था, विश्वा, ने दो दिवसीय नाट्य महोत्सव ‘विश्वोत्सव 2024-25’ का आयोजन किया। इस महोत्सव के तहत आज संध्या 6:30 बजे रंग मार्च स्टूडियो, एस.पी. वर्मा रोड, पटना में सुरेन्द्र वर्मा द्वारा लिखित नाटक “मरणोपरांत” की प्रस्तुति की गई, जिसका निर्देशन राजेश राजा ने किया।
नाटक का विषय और भावनात्मक गहराई
“मरणोपरांत” एक मानसिक और आत्मिक संघर्ष पर आधारित नाटक है, जो एक पति और उसकी पत्नी के प्रेमी के बीच के तनाव और संघर्ष को उजागर करता है। यह कहानी एक दुर्घटना में पत्नी के निधन के बाद पति और पत्नी के प्रेमी के मानसिक संघर्ष को दिखाती है। नाटक में प्रेम, विश्वास, और आत्मविश्वास के बीच के गहरे संघर्ष को दर्शाया गया है, जो दर्शकों को मानव संबंधों और आत्म-समझौते के महत्व पर सोचने के लिए प्रेरित करता है।
नाटक की प्रस्तुति और कला विभाग
नाटक में पंकज प्रभात और ऋषि गौतम ने मंच पर महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई। मंच पर प्रकाश परिकल्पना राजीव रॉय द्वारा की गई, जबकि पार्श्व ध्वनि राहुल आर्यन ने दी। रूप सज्जा का जिम्मा तन्नु आश्मी और वस्त्र विन्यास का कार्य पंकज कुमार तिवारी एवं संजीव कुमार ने किया। मंच निर्माण सुनील जी ने किया, और मंच व्यवस्था के लिए पंकज प्रभात एवं ऋषि गौतम का योगदान रहा। नाटक के पूर्वाभ्यास प्रभारी शशांक शेखर एवं अभिषेक मेहता थे।
विश्वा नाट्य संस्था और धन्यवाद ज्ञापन
इस नाट्य प्रस्तुति के बाद नाट्य संस्था रंग मार्च और पटना के सभी रंगकर्मियों तथा मीडिया कर्मियों को उनके योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस नाटक का निर्देशन राजेश राजा ने किया, और यह विश्वा संस्था के प्रयासों का एक बेहतरीन उदाहरण था, जो दर्शकों को मानसिक और भावनात्मक संघर्षों के प्रति जागरूक करता है।
नाटक “मरणोपरांत” के कलाकार और तकनीकी विभाग
- मंच पर अभिनय: पंकज प्रभात एवं ऋषि गौतम
- प्रकाश परिकल्पना: राजीव रॉय
- पार्श्व ध्वनि: राहुल आर्यन
- रूप सज्जा: तन्नु आश्मी
- वस्त्र विन्यास: पंकज कुमार तिवारी एवं संजीव कुमार
- मंच निर्माण: सुनील जी
- सहयोग: दीपक कुमार
- मंच व्यवस्था: पंकज प्रभात एवं ऋषि गौतम
- पूर्वाभ्यास प्रभारी: शशांक शेखर एवं अभिषेक मेहता
- प्रस्तुति: विश्वा, पटना
- लेखक: सुरेन्द्र वर्मा
- निर्देशन: राजेश राजा
धन्यवाद ज्ञापन
अंत में नाट्य संस्था रंग मार्च एवं पटना के सभी रंगकर्मियों और मीडिया कर्मियों को उनके योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया।