ऐलनाबाद: पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने ऐलनाबाद थाना क्षेत्र के गांव कुमथला में आयोजित बैठक में नशा मुक्त घोषित 28 गांवों के सरपंचों और सरपंच प्रतिनिधियों के साथ अभियान की समीक्षा की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य नशा मुक्ति अभियान की प्रगति का आकलन और आगामी रणनीति पर चर्चा करना था।
पुलिस अधीक्षक का संदेश:
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नशा मुक्त घोषित गांवों को पूरी तरह से नशे से दूर रखना उनकी प्राथमिकता है। यदि इन गांवों में कोई व्यक्ति पुनः नशे की चपेट में आता है, तो उसकी पहचान कर तुरंत पुलिस प्रशासन को सूचित करें। ऐसे मामलों में संबंधित व्यक्ति का इलाज करवाकर उसे समाज की मुख्यधारा में लाने की हर संभव कोशिश की जाएगी।
नशा मुक्त गांवों को रोल मॉडल बनाने की अपील:
पुलिस अधीक्षक ने सरपंचों और आम जन से आह्वान किया कि वे नशा मुक्त गांवों को रोल मॉडल मानकर अन्य गांवों को भी नशा मुक्त बनाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जिला पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है और युवाओं को जागरूक करने के लिए खेल और अन्य सामाजिक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
सामाजिक बहिष्कार का आह्वान:
उन्होंने नशा बेचने वालों का सामाजिक बहिष्कार करने और उनकी पैरवी न करने की अपील की। साथ ही, ऐसे लोगों की जानकारी निसंकोच पुलिस को देने का आग्रह किया ताकि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
नशा मुक्त घोषित 148 गांव और 10 वार्ड:
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अब तक 148 गांव और ऐलनाबाद व सिरसा के 10 वार्ड नशा मुक्त घोषित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन इलाकों को नशे से मुक्त बनाए रखने के लिए लगातार समीक्षा और कड़ी निगरानी की जाएगी। साथ ही, नए गांव और वार्ड को भी इस अभियान में शामिल करने की प्रक्रिया जारी रहेगी।
विशेष उपस्थिति:
इस बैठक में जिला परिषद सदस्य अभय सिंह खोड, कुमथला की सरपंच नलिनी सिंह, ऐलनाबाद थाना प्रभारी सब-इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार, ऐलनाबाद सीआईए प्रभारी सब-इंस्पेक्टर जगदीश चंद्र, सुरक्षा शाखा प्रभारी बलवान सिंह और आसपास के गांवों के सरपंच व प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
संपूर्ण सफलता के लिए सहयोग जरूरी:
पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने जोर देकर कहा कि किसी भी अभियान की सफलता में आम जनता का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि नशा के खिलाफ चल रही मुहिम में सभी ग्राम पंचायतों और नागरिकों को पूरी जिम्मेदारी से भाग लेना चाहिए।