बरेली में डिजिटल अरेस्ट के मामले में पुलिस ने किया नज़बुल हसन को रेस्क्यू
कॉल के बाद घर से गायब हुए डॉ. नजबुल हसन
बरेली : यूपी के बरेली में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई, जिसमें डॉ. नजबुल हसन के पास एक कॉल आई और उसके बाद वह अपने घर से बैंक की पासबुक और जरूरी कागजात लेकर निकल गए। उनके घर वालों ने कई बार कॉल की, लेकिन नज़बुल ने फोन नहीं उठाया, जिससे घर वाले चिंतित हो गए। फिर उन्होंने पुलिस से मदद ली और पुलिस ने नज़बुल का फोन सर्विलांस पर डाला।
होटल में नज़बुल की लोकेशन का पता चला
पुलिस की जांच के बाद नज़बुल की लोकेशन एक होटल में मिली। जब पुलिस वहां पहुंची तो पता चला कि नज़बुल ने होटल में 3 दिन के लिए कमरा बुक किया था। पुलिस ने नज़बुल से कमरे के बाहर आने को कहा, लेकिन वह बाहर नहीं आए। इसके बाद पुलिस ने होटल में फायर अलार्म बजाया और कहा कि होटल में आग लग गई है। इस पर नज़बुल ने कमरे का दरवाजा खोला।
डिजिटल अरेस्ट और वसूली का खुलासा
जब पुलिस अंदर पहुंची तो पता चला कि नज़बुल को डिजिटल अरेस्ट करके वसूली की जा रही थी। वह होटल के कमरे में करीब 7 घंटे से बंद थे। नज़बुल से कहा गया था कि उनका आधार हवाला के काम में इस्तेमाल हुआ है और उन्हें किसी सुरक्षित जगह पर जाकर बात करने की सलाह दी गई थी, ताकि मामला गंभीर न हो। नज़बुल का ब्रेनवाश इस हद तक किया गया था कि वह असली पुलिस को भी नकली पुलिस समझ रहे थे।