रामपुर। एसएससीडी शेड्यूल के अंतर्गत सीखो और कमाओ पीएम विश्वकर्म योजना कार्यक्रम महाविद्यालय में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में सभी एनसीसी कैडेट्स ने बढ़चढ़कर भाग लिया । इस कार्यक्रम में एनसीसी प्रभारी डॉ बिजेंद्र सिंह एवं डॉ साक्षी त्यागी ने सीखो और कमाओ पीएम विश्वकर्मा योजना के संबंध में एनसीसी कैडेट्स को जानकारी प्रदान की उन्होंने बताया कि पीएम विश्वकर्म योजना के अंतर्गत शुरुआत में इन 18 तरह के कारीगरों एवं शिल्पकारो को इस योजना के लाभ के लिए चुना जाता है जैसे कवच बनाने वाला लोहार ,हथोड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, कुम्हार ,मूर्तिकार, आदि। लाभार्थी की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए ।लाभार्थी ने पिछले 5 वर्षों में पीएमईजीपी स्वनिधि एवं मुद्रा योजना के अंतर्गत लाभ न लिया हो ।
यदि परिवार का कोई सदस्य सरकारी सेवा में है तो वह भी इसका पात्र नहीं होगा। प्रशिक्षण अवधि के दौरान ₹500 प्रतिदिन पारिश्रमिक दिया जाएगा एवं प्रशिक्षण अवधि के उपरांत लाभार्थी को 15000 रुपए की टूल किट राशि दी जाएगी। पीएम विश्वकर्म योजना के अंतर्गत लाभार्थी को न्यूनतम ब्याज दर पर 03 लाख तक का ऋण भी दिया जाता है| पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए परिवार से केवल एक ही सदस्य आवेदन कर सकता है ।इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को उनके उत्पादों और सेवाओं को बढ़ाने के लिए सहायता प्रदान करना है तथा इस योजना के तहत कार्यक्रम व शिल्पकारों को विश्वकर्मा के रूप में मान्यता दी जाएगी। उन्हें योजना के तहत सभी लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र बनाया जाएगा तथा उनके लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जाएगी ।
इस कार्यक्रम के दौरान सभी एनसीसी कैडेट्स ने भी इस योजना के संबंध में अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। डॉक्टर बिजेंद्र सिंह ने एनसीसी कैडेट्स को विश्वकर्मा योजना से उनके आसपास रहने वाले कामगारों, शिल्पकारो एवं जरूरतमंद लोगों को इस योजना से अवगत कराने एवं इस योजना से लाभ उठाने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करें| कॉलेज की प्राचार्या डॉक्टर जागृति मदान ने भी एनसीसी कैडेट्स को पीएम विश्वकर्म योजना को समाज के जरूरतमंद लोगों को इस योजना से जोड़ने के लिए सकारात्मक पहल करने के लिए प्रोत्साहित किया|.