नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि यह 2014 के बाद पहला बजट सत्र है, जब किसी प्रकार का “विदेशी हस्तक्षेप” का प्रयास नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, “यह शायद पहला सत्र है, जिसमें विदेशी चिंगारी दो दिन पहले नहीं भड़काई गई, विदेश से आग लगाने का कोई प्रयास नहीं किया गया।” उन्होंने संसद सत्र के पहले अपने संबोधन में यह टिप्पणी की।
विदेशी हस्तक्षेप पर टिप्पणी
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “2014 से मैं देख रहा हूं कि हर सत्र के पहले, लोग शरारत करने के लिए तैयार होते हैं और यहां ऐसे लोग भी होते हैं जो उनका समर्थन करते हैं। यह पहला सत्र है, जो मैं 10 सालों में देख रहा हूं, जिसमें विदेश से कोई चिंगारी नहीं भड़काई गई।” भाजपा ने लगातार कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस से जुड़े होने का आरोप लगाती रही है और संसद में देश विरोधी प्रचार करती रही है।
विपक्ष का प्रतिक्रिया: जनता के मुद्दों पर नहीं बात करते पीएम
विपक्ष ने पीएम मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस की वायनाड सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “वह (पीएम मोदी) हमेशा यही करते हैं, जनता के मुद्दों पर कभी बात नहीं करते, इन्हें जनता की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।” वहीं कांग्रेस सांसद कार्ती चिदंबरम ने पीएम मोदी के ‘विदेशी हस्तक्षेप’ वाले बयान को “अप्रत्याशित” बताया और कहा, “यह चौंकाने वाला है कि प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में उनके शासन में विदेशी हस्तक्षेप हुआ। उन्हें इसे उजागर करना चाहिए और राज्य के हर संस्थान और अंतरराष्ट्रीय मंच का उपयोग करके उन्हें कानूनी रूप से जवाबदेह ठहराना चाहिए।”
बजट सत्र में पीएम मोदी की प्राथमिकताएं: ‘विकसित भारत’
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने 2025 के बजट सत्र का खाका पेश किया और ‘विकसित भारत’ पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा, “इस बजट सत्र में सभी सांसद मिलकर एक विकसित भारत को मजबूत करने की दिशा में योगदान देंगे। यह विशेष रूप से युवा सांसदों के लिए एक सुनहरा अवसर है। जितनी जागरूकता और भागीदारी वे बढ़ाएंगे, उतना ही ज्यादा उन्हें विकसित भारत के लाभ दिखाई देंगे।”
महिलाओं के उत्थान पर ध्यान और अन्य महत्वपूर्ण निर्णय
प्रधानमंत्री ने कहा, “इस सत्र में महिला सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे, ताकि हर महिला को सम्मानजनक जीवन और समान अधिकार मिले, बिना किसी जाति या धर्म के भेदभाव के।” उन्होंने यह भी कहा कि “सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विधायिकाएं पारित की जाएंगी, जो राष्ट्र को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण होंगी।”
बजट 2025 पर विशेष ध्यान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2025 का केंद्रीय बजट फरवरी में प्रस्तुत करेंगी। संसद सत्र का पहला भाग शुक्रवार से शुरू हुआ है, जो 13 फरवरी तक चलेगा। इसके बाद दोनों सदन 10 मार्च को फिर से बैठक करेंगे और सत्र 4 अप्रैल को समाप्त होगा।