गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) और फरीदाबाद स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने संयुक्त ऑपरेशन में आईएसआईएस से जुड़े एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। फरीदाबाद से पकड़े गए अब्दुल रहमान ने राम मंदिर पर हमले की साजिश का खुलासा किया है। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह दो बार अयोध्या जाकर मंदिर की रेकी कर चुका था।
हमले के लिए थे हैंड ग्रेनेड
अब्दुल रहमान के पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए हैं, जिनका इस्तेमाल मंदिर पर हमले के लिए किया जाना था। जांच एजेंसियों को शक है कि ये हथियार किसी पाकिस्तानी हैंडलर के जरिए अब्दुल तक पहुंचे थे।
गिरफ्तारी से बड़ा खुलासा
शुरुआती जांच में पता चला है कि अब्दुल पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों के संपर्क में था। पुलिस के मुताबिक, वह पहले फैजाबाद में जमात में शामिल हुआ था, जहां उसकी मुलाकात संदिग्ध लोगों से हुई और उसे आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए तैयार किया गया।
परिवार ने किया आरोपों से इनकार
अब्दुल के परिवार ने आरोपों से इनकार किया है। उसके पिता ने कहा कि वह सिर्फ एक रिक्शा चालक था और दिल्ली में जमात में शामिल होने गया था। वहीं, उसकी मां ने दावा किया कि उनके बेटे को फंसाया जा रहा है।
ISI कनेक्शन की जांच जारी
जांच एजेंसियां अब्दुल के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से लिंक की जांच कर रही हैं। पुलिस ने उसे 10 दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया है ताकि इस साजिश में शामिल अन्य लोगों का भी पता लगाया जा सके।