ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडरपास में जलनिकासी के लिए स्थायी इंतजाम, हादसे के बाद काम शुरू

फरीदाबाद:  13 सितंबर 2024 को ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडरपास में भारी वर्षा के बाद जलभराव के कारण एचडीएफसी बैंक के प्रबंधक पुण्याश्रय शर्मा और कैशियर विराज द्विवेदी की गाड़ी सहित पानी में डूबने से दुखद मौत हो गई थी। यह हादसा नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही के कारण हुआ था। इस हादसे से पहले भी कई गाड़ियां इस अंडरपास में जलभराव के कारण डूब चुकी हैं, लेकिन नगर निगम ने इसका स्थायी समाधान नहीं किया था।

अब, नगर निगम ने ओल्ड फरीदाबाद और एनएचपीसी रेलवे अंडरपास की जलनिकासी की समस्या को हल करने के लिए कदम उठाए हैं। अधिकारियों के अनुसार, नगर निगम ने इन दोनों अंडरपास को फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) को हैंडओवर कर दिया है। बुधवार को इस कागजी प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया, और एफएमडीए ने इसके टेंडर भी जारी कर दिए हैं। जनवरी 2025 में काम शुरू होने की संभावना है और यह परियोजना मई तक पूरी होने का दावा किया गया है।

क्या होगा ओल्ड अंडरपास में?

ओल्ड अंडरपास में पिछले एक दशक से जलभराव की समस्या बनी हुई है। यहां पानी निकासी के लिए केवल दो मोटरें लगाई गई थीं, जो वर्षा के दौरान सही से काम नहीं करती थीं। इसके कारण हर साल मानसून के मौसम में अंडरपास में जलभराव हो जाता था।

नई योजना के तहत, यहां पानी की निकासी के लिए एक किलोमीटर लंबी पाइपलाइन सेक्टर-21ए के डिस्पोजल तक बिछाई जाएगी। इस पाइपलाइन के माध्यम से पानी सेक्टर-28-29 होते हुए मवई ड्रेन तक जाएगा, जो अंततः बुढ़िया नाले में मिलकर यमुना नदी तक पहुंच जाएगा। अंडरपास में एक पंपिंग स्टेशन भी स्थापित किया जाएगा, जिसे जनरेटर से संचालित किया जाएगा। जैसे ही अंडरपास में पानी जमा होगा, पंपिंग स्टेशन सक्रिय हो जाएगा और पानी को पाइप के जरिए बाहर निकाल दिया जाएगा।

इस परियोजना पर लगभग 2.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे। हर दिन इस अंडरपास से 18,000 से अधिक वाहन चालक गुजरते हैं, इसलिए जलभराव की समस्या का समाधान न केवल यातायात की सुगमता को बढ़ाएगा, बल्कि क्षेत्र के निवासियों और यात्रियों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगा।

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