मीरापुर। दो नाबालिक बच्चियों के साथ छेड़छाड़ करने के आरोपियों को कानूनी कार्यवाही से बचाने के लिए पंचायत ने तुगलकी फरमान जारी करते हुए छेड़छाड़ के आरोपियों की पंचायत में नंगा कराकर पिटाई कराई और चारो आरोपियों को पंचायत में गंजा कराया तथा माफ़ी मांगने के बाद चारो को छोड़ दिया गया।पंचायत के इस फैसले से हर कोई हैरान है।
जहाँ सरकार बेटियों की सुरक्षा के प्रति लगातार गंभीरता दिखा रही है।तथा नारी सुरक्षा मिशन अभियान चलाकर बेटियों को जागरूक कर रही है वही पंचायतें आज भी बेटियों के साथ आपराधिक घटना कारित करने वाले आरोपियों को बचाने के लिए तरह तरह के फरमान जारी कर रही है और अपराधियों के प्रति सरकार द्वारा बनाये जा रहे कड़े कानूनों को धत्ता बना रही है।ऐसा ही एक फरमान मीरापुर कस्बे में दो नाबालिक बच्चियों के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना के चार आरोपियों को सज़ा दिलाने के लिए आयोजित हुई पंचायत ने सुनाया।मामला यह है कि मीरापुर कस्बें के एक मोहल्ला निवासी एक महिला दो दिन पूर्व रात्रि में अपने आशिक़ से मिलने गई थी इस दौरान वह अपने पड़ोस के एक व्यक्ति की दो नाबालिक बच्चियों को अपने साथ ले गई।इस दौरान महिला के आशिक़ व उसके तीन दोस्तों ने दोनों नाबालिक बच्चियों के साथ भी अश्लील हरकतें कर डाली, जिसकी जानकारी बच्चियों ने अपने घर जाकर परिजनों को दी तो बच्चियों के परिजनों ने आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने का निर्णय लिया तो मोहल्ले के ही कुछ लोगों ने रिपोर्ट दर्ज न कराकर पंचायत बुलाने की सलाह दी तथा उसके बाद रिपोर्ट दर्ज कराने की सलाह दी।जिसके बाद शुक्रवार की देररात्रि मामले को लेकर पंचायत बुलाई गई जिसमें आरोपी युवकों व उनके परिजनों को भी बुलाया गया तो पंचायत में शामिल जिम्मेदार लोगों ने आरोपियों को बचाने के लिए छेड़छाड़ की शिकार बच्चियों के परिजनों से पहले तो आरोपियों की शर्ट उतरवाकर उन्हें नंगा करके जमकर पिटाई कराई इसके बाद चारो आरोपियों को पंचायत में ही गंजा कराया गया और फिर आरोपियों को सार्वजनिक रूप से मांफी मांगने पर छोड़ दिया गया तथा किसी भी प्रकार की कोई कानूनी कार्यवाही नही करने का निर्णय दिया गया।हालांकि पंचायत के इस तुगलकी फरमान में पीड़ित पक्ष की भी सहमति रही।किन्तु पंचायत के इस तुगलकी फरमान की क्षेत्र में चर्चा पूरे जोर शोर पर है।