Pakistan: ईद-उल-अजहा से पहले शहबाज सरकार ने जनता को दी राहत, पेट्रोल की कीमत में 10.20 रुपये की कटौती का एलान
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने महंगाई से जूझ रही जनता को बड़ी राहत दी है। सरकार ने ईद-उल-अजहा से पहले पेट्रोल की कीमत में 10.20 रुपये और हाई स्पीड डीजल (एचएसडी) की कीमत में 2.33 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है।
सरकार ने जारी की अधिसूचना
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक, प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से शुक्रवार को कहा गया कि शनिवार से प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत 258.16 रुपये और एचएसडी की कीमत 267.89 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी। आमतौर पर हर पंद्रह दिनों में ईंधन की कीमतों की समीक्षा करने वाले वित्त प्रभाग ने कीमतों में ताजा कटौती के लिए एक आधिकारिक अधिसूचना जारी की। इसमें कहा गया है कि नई कीमतें अगले पंद्रह दिनों के लिए लागू होंगी।
कीमतों में कटौती से जनता को राहत
अधिसूचना में कहा गया है कि तेल एवं गैस नियामक प्राधिकरण (ओगरा) ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में उतार-चढ़ाव के आधार पर नए मूल्य तय किए हैं। पेट्रोल की कीमतों में कटौती से पाकिस्तानी लोगों को फायदा होगा, जो महंगाई से प्रभावित हुए हैं। पाकिस्तान मई 2020 में महंगाई से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था। तब महंगाई 20 फीसदी से भी ज्यादा थी।
पिछले दो वर्षों में निचले स्तर पर महंगाई
हालांकि, आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, वार्षिक मुद्रास्फीति चौथे महीने अप्रैल में धीमी होकर 17.3 फीसदी हो गई। जो बीते दो वर्षों में निचले स्तर पर है और मई 2023 में दर्ज की गई महंगाई से रिकॉर्ड 38 फीसदी कम है। बयान में कहा गया कि बीते पंद्रह दिनों के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में मिलाजुला रुख देखा गया है।
पिछले महीने कम हुए थे पेट्रोल-डीजल के दाम
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, 31 मई को सरकार ने प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत 4.74 रुपये और एचएसडी की कीमत में 3.86 रुपये की कटौती की थी। बयान में कहा गया है कि ईंधन की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है और वैश्विक तेल कीमतों में कमी के कारण पिछले डेढ़ महीने में लगातार तीन बार कमी की गई है।
बिजली की दरों में भी कटौती
इससे पहले दोपहर में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उद्योगों के लिए बिजली दरों में 10.69 रुपये प्रति यूनिट की कटौती की घोषणा की। नेशनल इलेक्ट्रिकल पावर रेगुलेटरी अथॉरिटी (नेपरा) की सिफारिश पर की गई कटौती का मकसद निर्यात और औद्योगिक उत्पादन को बढ़ावा देना है। औद्योगिक और निर्यात क्षेत्रों के लिए प्रति यूनिट बिजली की नई कीमत अब 34.99 रुपये होगी।