हमारा प्रभाव मामला: नसीबपुर में शहीद स्मारक बनाने का हमने इस मुद्दे पर सरकार को कठघरे में खड़ा किया…………

ग़ुस्ताखी माफ़ हरियाणा -पवन कुमार बंसल 

हमारा प्रभाव – मामला नसीबपुर में 1857 की क्रांति के शहीदों की याद में स्मारक बनाने का – स्वास्थ्य मंत्री आरती राव के नेटवृत्व में एक डेपुटेशन सीएम नायब सैनी से मिला और स्मारक बनाने की माँग की और सीएम ने जन भावना के अनुरूप करवाई करने का आश्वाशन दिया. याद रहे है की हमने इस मुदे पर वीडियो बना कर सैनी सरकार को कठघरे में खड़ा किया था. डेपुटेशन ने माँग की कि लोगो की भावनाओं के अनुरूप स्मारक बनाया जाए.

आज हरियाणा विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव के साथ विधायक ओमप्रकाश यादव , लक्ष्मण सिंह यादव , बिमला चौधरी , अनिल यादव , कंवर सिंह यादव , डॉ कृष्ण कुमार के अलावा पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी से उनके विधानसभा स्थित कार्यालय में मिले और नसीबपुर में “शहीद स्मारक” का निर्माण करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की बात को गौर से सुना और इस मामले में सकारात्मक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने विधायकों से कहा कि पूर्व में की गई घोषणा के अनुसार शहीद स्मारक बनाने के लिए जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी
विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को लोगों की भावनाओं से अवगत करवाते हुए कहा कि राव तुलाराम प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल बजाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों की अग्रिम पंक्ति के व्यक्ति थे। देश की आजादी में उनके दिए गए योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। विधायकों ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि दक्षिणी हरियाणा सैनिकों की ख़ान कहा जाता है इतिहास में दर्ज की देश की सुरक्षा के लिए भारत -पाकिस्तान ,भारत -चीन की लड़ाइयों में इस क्षेत्र के वीर सैनिकों ने अपनी शहादत दी है।
इस क्षेत्र के वीर सैनिकों के बलिदान पर रची गई रेजांगला युद्ध की कहानियां आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है।
स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने मुख्यमंत्री को बताया कि नसीबपुर में अंग्रेजों से लोहा लेते हुए 5 हज़ार भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, जिसके कारण आज भी नसीबपुर की धरती लाल है । उन्होंने कहा नसीबपुर की लड़ाई ऐसा युद्ध जिसमें दो अंग्रेज़ कमांडर भी मारे गए थे । स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नसीबपुर शहीद स्मारक न केवल 1857 की क्रांति के महान शहीदों के प्रति समर्पित है, बल्कि देश के विभिन्न युद्धों में शहादत देने वाले वीर सैनिकों व उनके परिवार के प्रति भी समर्पित होगा।
उन्होंने स्मारक के निर्माण के पक्ष में तर्क देते हुए कहा कि शहीद देश की धरोहर होते हैं और इनके स्मारक युवाओं को प्रेरणा देने का काम करते हैं। दूसरा , अगर यह स्मारक राष्ट्रीय स्तर का बन जाता है तो नारनौल जैसे पिछड़े क्षेत्र में टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र में विकास को रफ़्तार मिलेगी।
ग़ौरतलब होगा कि कल नारनौल विधानसभा क्षेत्र के विधायक ओमप्रकाश यादव ने हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण मंत्री राव नरबीर सिंह से नसीबपुर में ” शहीद स्मारक” के निर्माण को लेकर प्रश्न पूछा था। इस प्रश्न को लेकर राव नरबीर सिंह कई देर तक जवाब को गोलमाल करते रहे। जब विधायक ओमप्रकाश यादव भी अपने प्रश्न पर अड़े रहे थे तो राव नरबीर सिंह ने कहा कि सरकार की ओर से नसीबपुर में ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।
वीरवार को जिस प्रकार से स्वास्थ्य मंत्री की अगुवाई में कई विधायक और पूर्व मंत्री मुख्यमंत्री से मिले हैं उससे लगता है कि ” नसीबपुर शहीद स्मारक” का निर्माण न होने का मामला तूल पकड़ सकता है। चर्चा यह भी है कि भाजपा को सत्तारूढ़ करने में अहीरवाल क्षेत्र का बहुत बड़ा योगदान है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री इस स्मारक के निर्माण को लेकर जल्द ही निर्णय लेंगे।

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