ऐलनाबाद: महिला एवं बाल विकास विभाग व जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा स्थानीय पंचायत भवन में जिला स्तरीय सेनेटाइजेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा वर्करों, तहसीलदारों को गोद प्रक्रिया, पॉक्सो एक्ट, जेजे एक्ट, स्पॉन्सरशिप, और फोस्टर केयर योजना जैसे विषयों पर जागरूक किया गया। इस कार्यक्रम में डीएमसी सुरेंद्र बेनिवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी सुदेश कुमारी, स्वास्थ्य विभाग से आशा कोऑर्डिनेटर अनिल मलिक, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अनीता कुमारी तथा जिला बाल संरक्षण अधिकारी डॉ. गुरप्रीत कौर भी मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि डीएमसी सुरेंद्र बेनीवाल ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि मिशन वात्सल्य के तहत संवेदनशील मुद्दों पर कार्य किया जाता है, जिसमें आमजन की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने विभाग को निर्देश दिए कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाएं।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी डॉ. गुरप्रीत कौर ने मिशन वात्सल्य के सभी योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने और गैरकानूनी गोदनामे रोकने में सहयोग की अपील की। उन्होंने बताया कि यदि किसी अनाथ या लावारिस बच्चे की जानकारी मिले, तो हेल्पलाइन नंबर 112 व 1098 पर तुरंत सूचित करें।
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अनीता कुमारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से एडवोकेट वंदना मोंगा, संरक्षण अधिकारी डॉ. अंजना, जिला आशा कोऑर्डिनेटर अनील मलिक, लीगल कम प्रोबेशन अधिकारी डॉ. मोनिका चौधरी ने भी अपने विचार वयक्त किए। उन्होंने हिंदू एडॉप्शन रेगुलेशन एक्ट की विस्तृत जानकारी साझा की। साथ ही जे.जे. एक्ट व अडॉप्शन रेगुलेशन 2022 के तहत सीएआरए पोर्टल पर गोद प्रक्रिया, अनचाहे बच्चों को जीने का अधिकार देने, पॉक्सो एक्ट व जेजे एक्ट के बारे में विस्तार से बताते हुए बच्चों से जुड़े अपराधों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आशा वर्कर के माध्यम से बच्चों की सुरक्षा व संरक्षण में पूर्ण सहयोग किया जाएगा और स्वास्थ्य विभाग अपनी सभी योजनाओं की जागरूकता सुनिश्चित करेगा।
इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण इकाई के सदस्य मीनाक्षी, संतोष, कविता, प्रदीप, दलविंद्र, यशपाल, बाल कल्याण समिति की सदस्य पूर्णिमा मोंगा, सुपरवाइजर अंबिका, संरक्षण अधिकारी अंजना व एलबीपी मोनिका चौधरी उपस्थित रहे।

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