बाल मेले का आयोजन: बच्चों में छुपी प्रतिभाओं को निखारने का प्रयास

रामपुर: शनिवार को रामपुर के सैदनगर ब्लॉक स्थित कंपोजिट स्कूल घाटमपुर के प्रांगण में एक रंगीन और उत्साही बाल मेले का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बच्चों में छुपी हुई प्रतिभाओं को उजागर करना और उन्हें जीवन के विभिन्न पहलुओं में सक्षम बनाना था।

विभिन्न प्रकार के स्टालों से सजा बाल मेला

बाल मेले में बच्चों ने विभिन्न प्रकार के खाने-पीने के सामान के स्टाल लगाए। इन स्टॉल्स पर गोलगप्पे, मोमोज, ब्रेड पकोड़ा, चाय, नारंगी, पकौड़ी, मूंग की दाल, पास्ता, मैक्रोनी, गाजर का हलवा, समोसा, आलू की कचौड़ी, फंटूश आदि जैसे विविध व्यंजन और खेलों के स्टाल थे। कुल मिलाकर 20 तरह के स्टाल लगाए गए थे, जिनमें विद्यालय के शिक्षक, बच्चे और अभिभावक भी सक्रिय रूप से शामिल हुए।

बाल मेले का उद्देश्य: प्रबंधन और वित्तीय शिक्षा

विद्यालय के शिक्षकों ने इस आयोजन के माध्यम से बच्चों को प्रबंधन, वित्तीय लेन-देन और व्यावहारिकता का महत्व समझाया। शिक्षकों का मानना था कि इस तरह के आयोजनों से बच्चे न केवल अपनी छुपी हुई क्षमताओं को पहचानते हैं, बल्कि यह उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है। बाल मेले के आयोजन से बच्चों को यह सीखने को मिलता है कि जीवन के विभिन्न चरणों में अपने विवेक और कौशल का प्रयोग कैसे किया जाए, ताकि वे अच्छे नागरिक बन सकें।

अभिभावकों और पूर्व छात्रों का योगदान

इस अवसर पर कुछ अभिभावक और विद्यालय के पूर्व छात्र-छात्राएं भी बाल मेले में शामिल हुए और विभिन्न स्टालों से सामान खरीदा। आयोजन में मुजाहिद खान, चिरंजीव गुड्डू, नसरीन बी, सीमा गौहर, संगीता यादव, रजिया बेगम, रजनी गुप्ता, मलखान सिंह, नेहा कश्यप, अमरपाल सिंह, शहनाज फातिमा, शाज़िया बी जैसे गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।

संगठित और अनुशासित तरीके से आयोजन

बच्चों ने बड़े ही अनुशासित और संगठित तरीके से अपने-अपने स्टॉल लगाए और बिक्री की। सभी स्टालों पर जाकर शिक्षकों ने बच्चों की उत्साहवर्धन की और उनकी मेहनत की सराहना की। बाल मेले के आयोजन ने बच्चों को न केवल सीखने का मौका दिया, बल्कि उन्हें अपने आत्मविश्वास को भी बढ़ाने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया।

बाल मेले से सिखी गई शिक्षा

बाल मेले में बच्चों ने जो कुछ सीखा, जैसे प्रबंधन, अनुशासन, वित्तीय संसाधन, लेन-देन आदि, वह उन्होंने सभी शिक्षकों के सामने रखा, जो उनके आत्मनिर्भरता और समझदारी को दर्शाता है। इस तरह के आयोजनों से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है, और वे जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होते हैं।

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